नयी दिल्ली : निसर्ग तूफान मुंबई के उत्तरी तट से टकरा चुका है. ताजा रिपोर्ट के अनुसार तूफान के टकराने के बाद मुंबई के कोंकण और अलीबाग इलके में भारी बारिश हो रही है. यह तूफान देश के महाराष्ट्र, गुजरात, गोवा और कर्नाटक राज्य में क्षति पहुंचा सकता है. मौसम विभाग के अनुसार टकराने के वक्त निसर्ग की रफ्तार 120 किमी/घंटे के आसपास है.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार 190 के बाद जितने भी चक्रवात आए हैं, उसकी रफ्तार लगातार बढ़ती ही गई है. इसके पीछे की वजह जलवायु परिवर्तन को माना जा रहा है. इसके साथ ही भविष्य में कई और साइक्लोन आने की भी संभावनाएं है.
आईएमडी के अनुसार बंगाल में जो साइक्लोन अम्फाल आया था और जो महाराष्ट्र और गुजरात में साइक्लोन निसर्ग आ रहा है दोनों की तीव्रता में 1:4 का अनुपात है. आने वाले समय में यह अनुपात और बढ़ता जायेगा.इसकी बड़ी वजह अरब सागर में लगातार हो रही हलचल है.
इंटरगवर्नमेंटल पैनल ऑफ क्लाइमेट चेंज की एक रिपोर्ट के अनुसार समुन्द्र और उसके तल में क्लाइमेट चेंज के कारण उष्णकटिबंधीय इलाकों में बड़े स्तर पर चक्रवात टकराएगा और तटीय इलाकों में भारी बारिश होगी. रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि हाल के दशकों में श्रेणी 4 और 5 का चक्रवात तेजी से देखने को मिला है. श्रेणी 4 के चक्रवात की स्पीड 209 से 251 किमी/ घंटा रहती है, जबकि श्रेणी 5 में 252 किमी/घंटा होती है.
आईपीसीसी ने साल 2017 में अमेरिका के प्रिंस्टन यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर महासागरीय विज्ञान पर एक अध्ययन किया, जिसमें देखा गया कि साल 2015 में पहली बार अरब सागर में चक्रवात ईएससीएस पश्चिमी तट पर टकराया. इस चक्रवात ने भारी मात्रा में जान माल की क्षति पहुंचाई. निसर्ग तूफान से जुड़ी हर Latest News in Hindi से अपडेट के लिए बने रहें हमारे साथ.
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार पिछली बार पश्चिम बंगाल में आये अम्फन तूफान के कारण 13 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ है. माना जा रहा है कि निसर्ग के कारण महाराष्ट्र को भी इससे अधिक का नुकसान हो सकता है. रिपोर्ट में कहा गया है कि समुद्र में आने वाला चक्रवात से सबसे अधिक मुंबई और कोलकाता ही प्रभावित है.
Posted By : Avinish Kumar Mishra