Cyclone Tauktae Destroyed : ‘ताऊ ते’ चक्रवात ने ली जहाज पर सवार 26 लोगों की जान, अरब सागर में फंस गए थे सभी
Cyclone Tauktae Destroyed : चक्रवात ‘ताऊ ते' ने देश के कई राज्यों में तबाही मचाई है. इधर बजरा (बार्ज) पी-305 पर मौजूद लोगों में से कम से कम 26 की मौत की खबर आ रही है जबकि 61 और लोग लापता बताये जा रहे हैं. यहां आपको बता दें कि यह बजरा चक्रवात ‘ताऊ ते' की वजह से मुंबई के तट से कुछ दूर सागर में फंसने के बाद डूब गया था.
-
यह बीते चार दशक में सर्वाधिक चुनौतीपूर्ण तलाश एवं बचाव अभियान
-
पी-305 पर मौजूद लोगों में से 26 की मौत
-
चक्रवात ‘ताऊ ते’ ने देश के कई राज्यों में तबाही मचाई
Cyclone Tauktae Destroyed : चक्रवात ‘ताऊ ते’ ने देश के कई राज्यों में तबाही मचाई है. इधर बजरा (बार्ज) पी-305 पर मौजूद लोगों में से कम से कम 26 की मौत की खबर आ रही है जबकि 61 और लोग लापता बताये जा रहे हैं. यहां आपको बता दें कि यह बजरा चक्रवात ‘ताऊ ते’ की वजह से मुंबई के तट से कुछ दूर सागर में फंसने के बाद डूब गया था.
नौसेना की ओर से जानकारी दी गई है कि बेहद खराब मौसम से जूझते हुए उसके जवानों ने बजरा पी-305 पर मौजूद 261 लोगों में से अब तक 186 को बचा लिया है, दो लोगों को ‘टगबोट’ वारप्रदा से बचाया गया है. अभी तक 26 शवों को बरामद किया गया है और बजरा पी-305 पर मौजूद कई लोग अब भी लापता हैं जो सोमवार को डूब गया था.
नौसेना ने अभी तक बताया था कि बजरे पर 273 लोग मौजूद थे लेकिन बुधवार की शाम को एक अधिकारी ने इसका संचालन करने वाली कंपनी के हवाले से बताया कि बजरे पर 261 थे. मुंबई पुलिस जांच करेगी कि चक्रवात ताऊ ते के बारे में चेतावनी जारी करने के बावजूद बजरा पी-305 उस क्षेत्र में क्यों रूका रहा.
दक्षिण मुंबई में येलो गेट पुलिस ने बजरे पर मौजूद लोगों में से जिनका शव बरामद हुआ है, उस सिलसिले में एक दुर्घटनावश मृत्यु रिपोर्ट (एडीआर) दर्ज की है. नौसेना के एक प्रवक्ता ने बताया कि दो अन्य बजरों तथा एक ऑयल रिग पर मौजूद सभी लोग सुरक्षित हैं. प्रवक्ता ने बताया कि मुंबई और गुजरात में तीसरे दिन भी तलाश एवं बचाव अभियान अभी जारी है और लोगों को तट तक सुरक्षित लाने की उम्मीद हमने अब तक नहीं छोड़ी है. हालांकि लोगों के सुरक्षित मिलने की उम्मीद समय बीतने के साथ क्षीण पड़ती जा रही है.
Also Read: चीफ इंजीनियर ने सुनाई आपबीती, कहा- भयानक मंजर था वो, अगर कैप्टन ये अनदेखी न करते तो नहीं होता हादसा
उल्लेखनीय है कि ये बजरे चक्रवात ताऊ ते के गुजरात तट से टकराने से कुछ घंटे पहले मुंबई के पास अरब सागर में फंस गए थे. इस बीच नौसेना का युद्धपोत आईएनएस कोच्चि पी-305 से बचाए गए 186 लोगों में से 125 को लेकर बुधवार सुबह मुंबई पहुंचा. प्रवक्ता ने बताया कि इनके साथ ही 22 शवों को भी लाया गया. नौसेना के उप प्रमुख वाइस एडमिरल मुरलीधर सदाशिव पवार ने कहा कि यह बीते चार दशक में सर्वाधिक चुनौतीपूर्ण तलाश एवं बचाव अभियान है.
भाषा इनुपट के साथ
Posted By : Amitabh Kumar