एक आइडिया से रातोंरात बनाए 1 लाख करोड़, अब 1001 करोड़ में मुंबई में खरीदा देश का सबसे महंगा बंगला

बंगले का बाजार भाव 724 करोड़ रुपये होने के बावजूद दमानी ने इसकी अधिक कीमत चुकायी है. देश की इस सबसे महंगे बंगले की रजिस्ट्री 31 मार्च को हुई.

By Prabhat Khabar News Desk | April 4, 2021 9:13 AM

रिटेल कॉर्पोरेशन डीमार्ट के संस्थापक राधाकिशन दमानी (Radhakishan Damani) ने अपने छोटे भाई गोपालकिशन दमानी के साथ मिल कर 1,001 करोड़ रुपये में मुंबई के सबसे महंगे इलाके मलाबार हिल पर स्थित देश का सबसे महंगा बंगला खरीदा है. 1.4 एकड़ में स्थित यह दो मंजिला बंगला ‘मधुकुंजˆ’ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के सरकारी निवास से चंद कदमों की दूरी पर स्थित है. बंगले का क्षेत्रफल करीब 62,000 वर्ग मीटर है.

30 करोड़ रुपये अदा किया स्टांप शुल्क

बंगले का बाजार भाव 724 करोड़ रुपये होने के बावजूद दमानी ने इसकी अधिक कीमत चुकायी है. देश की इस सबसे महंगे बंगले की रजिस्ट्री 31 मार्च को हुई. क्योंकि यह स्टांप शुल्क में छूट का आखिरी दिन था. महाराष्ट्र सरकार ने कोविड के दौरान संपत्तियों की खरीद-फरोख्त को गति देने के लिए स्टांप ड्यूटी सिर्फ 3% कर रखी थी. इसका लाभ उठाते हुए दमानी ने यह सौदा छूट के आखिरी दिन कर लिया. उन्हें 30 करोड़ स्टांप शुल्क अदा करना पड़ा.

1.60 लाख रुपया बंगले की प्रति वर्ग फुट कीमत

दमानी को बंगले की प्रति वर्ग फुट कीमत 1.60 लाख पड़ी है, जो अब तक मुंबई में हुए सौदों में सर्वाधिक है. इससे पहले 2015 में पूनावाला ग्रुप के चेयरमैन साइरस पूनावाला ने ब्रीच कैंडी क्षेत्र में यूएस कॉन्सुलेट से 750 करोड़ रुपये में खरीदी थी. समुद्र के किनारे स्थित इस संपत्ति का क्षेत्रफल करीब दो एकड़ था. इस पर 50,000 वर्ग फुट पर निर्माण हुआ था.

2015 में ही कुमार मंगलम बिड़ला ने भी मलाबार हिल क्षेत्र में एक संपत्ति 425 करोड़ रुपयों में खरीदी थी. पिछले दो महीने में यह तीसरी बड़ी प्रॉपर्टी है, जिसे दमानी परिवार ने खरीदा है. िछले गुरुवार को ठाणे में उन्होंने 250 करोड़ रुपये की संपत्ति खरीदी है. वहीं, 19 मार्च को भी राधाकिशन दामानी ने 39,000 स्क्वायर फीट की एक प्रॉपर्टी मुंबई में 113 करोड़ रुपये में खरीदी थी.

एक आइडिया से दमानी ने रातोंरात बनाये एक लाख करोड़

एक निवेशक से बिजनेसमैन तक, राधाकिशन दमानी की कहानी बहुत रोचक है. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत शेयर बाजार में निवेशक के तौर पर की. लेकिन एक आइडिया ने उनकी किस्मत बदल दी और महज 24 घंटे में उनकी प्रॉपर्टी 100 फीसदी तक बढ़ गयी. पिता की मृत्यु के बाद उन्होंने भाई के साथ स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग शुरू की. उन्होंने बेहतर मौके तलाश कर छोटी कंपनियों में निवेश शुरू किया. सन 1990 तक उन्होंने निवेश कर करोड़ों कमा लिये थे. फिर उन्होंने रीटेल कारोबार में उतरने की सोची और धीरे-धीरे उनका कारोबार चल निकला. आज उनकी कंपनी की वैल्यू करीब 1.88 लाख करोड़ रुपये है. उनकी कंपनी डी-मार्ट का आइपीओ 2017 में आया था.

Posted by : Rajat Kumar

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