रक्षा अधिग्रहण परिषद (Defence Acquisition Council) यानी डीएसी (DAC) ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में बुधवार को थल सेना, नौसेना और वायु सेना के 13,165 करोड़ रुपये के पूंजी अधिग्रहण प्रस्तावों को एओएन प्रदान किया, जिसमें से 87 फीसदी मेड इन इंडिया होगा. रक्षा मंत्रालय (Defence Ministry) की तरफ से यह जानकारी दी गई है.
Giving a boost to Indigenous Design and Development of ammunitions, DAC accorded approval for procurement of Terminally Guided Munition (TGM) and HEPF/RHE Rocket Ammunition under Buy (Indian-IDDM) category at an approx cost of Rs 4,962 crore: Defence Ministry
— ANI (@ANI) September 29, 2021
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, स्वदेशी डिजाइन और गोला-बारूद के विकास को बढ़ावा देते हुए, रक्षा अधिग्रहण परिषद यानी डीएसी ने लगभग 4,962 करोड़ रुपये की लागत से खरीदे (भारतीय-आईडीडीएम) श्रेणी के तहत टर्मिनली गाइडेड मुनिशन (टीजीएम) और एचईपीएफ/आरएचई रॉकेट गोला-बारूद की खरीद को मंजूरी दी.
DAC accorded approval of procurement of 25 ALH Mark III helicopters from HAL under Buy Indian-IDDM at an approx. cost of Rs 3,850 crores, keeping with the continued thrust towards ‘Aatmanirbhar Bharat’ and ‘Make in India’: Defence Ministry
— ANI (@ANI) September 29, 2021
रक्षा मंत्रालय ने बताया कि आत्मनिर्भर भारत (Aatmanirbhar Bharat) और मेक इन इंडिया (Make in India) की ओर निरंतर जोर देते हुए डीएसी ने बाय इंडियन-आईडीडीएम के तहत एचएएल से लगभग 25 एएलएच मार्क III हेलीकॉप्टरों की खरीद की मंजूरी दी. इसकी कुल लागत 3,850 करोड़ रुपये है.
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Posted By: Achyut Kumar