डीएसी ने भारतीय वायुसेना के लिए 83 तेजस विमानों की खरीद को मंजूरी दी

रक्षा खरीद परिषद ने बुधवार को उन्नत संस्करण के 83 तेजस विमानों की खरीद को मंजूरी दे दी. सूत्रों ने बताया कि रक्षा खरीद परिषद (डीएसी) ने अनुबंध संबंधी एवं अन्य मुद्दों को अंतिम रूप देने के बाद हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) से और उन्नत एमके1ए संस्करण के 83 विमानों की खरीद का मार्ग प्रशस्त कर दिया. हिंदुस्तान एयरोनाटिक्स लिमिटेड को 40 तेजस विमानों का आर्डर किया गया था

By Mohan Singh | March 18, 2020 8:32 PM
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नयी दिल्ली : रक्षा खरीद परिषद ने बुधवार को उन्नत संस्करण के 83 तेजस विमानों की खरीद को मंजूरी दे दी. सूत्रों ने बताया कि रक्षा खरीद परिषद (डीएसी) ने अनुबंध संबंधी एवं अन्य मुद्दों को अंतिम रूप देने के बाद हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) से और उन्नत एमके1ए संस्करण के 83 विमानों की खरीद का मार्ग प्रशस्त कर दिया. हिंदुस्तान एयरोनाटिक्स लिमिटेड को 40 तेजस विमानों का आर्डर किया गया था.

रक्षा अनुसंधान और बिकास संगठन(डीआरडीओ) के द्वारा विमान विकास एजेंसी (एडीए) ने लड़ाकू विमान तेजस का स्वदेशी डिजाइन तैयार किया है.इसके साथ ही इसको हिंदुस्तान एयरोनॉटटिक्स लिमिटेड ने निर्मित किया है. भविष्य में यह भारतीय वायुसेना के लिए रीढ़ की हड्डी साबित होगा.

इस प्रस्ताव को सुरक्षा पर संसदीय समिति के समक्ष विचार के लिए रखा जाएगा. वहीं इस खरीद में मेक इन इंडिया को बढ़ावा मिलेगा. क्योकि विमान का डिजाइन स्वदेशी तकनीक से किया है.

बता दें, नवबंर 2016 में रक्षा अधिग्रहण परिषद ने 50,025 की लागत से भारतीय वायुसेना के लिए 83 तेजस लड़ाकू विमान की खरीद को मंजूरी दी थी. यह किसी स्वदेशी उद्दोग के लिए किए जाने वाला अब तक का सबसे बड़ा करार था.

भारतीय वायुसेना ने दिसम्बर 2017 में इन लड़ाकू विमानों की खरीद के लिए एचएएल को एकल वेंडर टेंडर जारी किया था. लेकिन रक्षा मंत्रालय की वित्त शाखा ने तेजस मार्क -ए1 की कुछ इलक्ट्रॉनिक प्रणालियों की कीमत को ज्यादा बताया था

तेजस मार्क 1-ए लड़ाकू अंतिम परिचालन मंजूरी स्तर के तेजस मार्क 1-ए से कहीं अधिक बेहतर है. इन विमानों पर कम समय में हथियार लादे जा सकेंगे और उच्च इलक्ट्रॉनिक युद्द प्रणाली से लैस होंगे इनमें इलक्ट्रॉनिक स्कैनिंग एरे रडार पर होंगे जो इस लड़ाकू विमान की काफी क्षमता बढ़ा देंगे.

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