दिल्ली की हवा में प्रदूषण की स्थिति इस स्तर पर पहुंच गयी है कि अब लोगों के लिएं सांस लेना मुश्किल हो सकता है. आज सुप्रीम कोर्ट में प्रदूषण पर सुनवाई होनी है. सुनवाई में चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एन वी रमण, जज जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ और जज जस्टिस सूर्यकांत शामिल होंगे. दिल्ली में गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 476 पर है जो गंभीर श्रेणी में आती है.
सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली की हवा पर चिंता जाहिर करते हुए कहा है वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के कामकाज की निगरानी करें ताकि दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों के लाखों नागरिक पिछले वर्षों की तरह गंभीर AQI के शिकार ना हों. दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए कई अहम फैसले लिये गये कई तरह के दावे किये गये लेकिन लगातार बढ़ते प्रदूषण ने उन सभी दावों की हवा निकाल दी.
सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के अनुसार, वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 382 दर्ज की गयी. अगले तीन दिनों तक दिल्ली की हवा में प्रदूषण और बढ़ने की संभावना जाहिर की गयी है.
Also Read: दिल्ली में आज से प्रदूषण के खिलाफ एंटी ओपन बर्निंग कैंपेन शुरू करेगी सरकार, 1 महीने तक चलेगा अभियान
पराली जलाने, दिवाली पर आतिशबाजी और हवा की धीमी रफ्तार ने दिल्ली का हाल बेहाल कर कर दिया है. दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण से बीमारियों का खतरा बढ़ा है. इसमें दिल की बीमारियों के साथ- साथ स्ट्रोक, फेफड़ों का कैंसर सहित कई ऐसी बीमारियों है जिसका खतरा बढ़ गया है.