Third Wave Of Corona India : तीसरी लहर से कैसे लड़ेगा देश, क्या होगी जीत की रणनीति ?
कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर से निपनटे के लिए भारत कितना तैयार है, दूसरी लहर ने भारत को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है. ऐसे में तीसरी लहर से निपटने के लिए देश में क्या रणनीति बनी है.
देश में कोरोना संक्रमण का खतरा अभी कम नहीं हुआ है. संक्रमण के मामलों में थोड़ी कमी आयी है लेकिन मौत के आंकड़ों में कोई खास गिरावट नहीं देखी गयी है. इस बीच एक खबर परेशान कर रही है कि कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है.
कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर से निपनटे के लिए भारत कितना तैयार है, दूसरी लहर ने भारत को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है. ऐसे में तीसरी लहर से निपटने के लिए देश में क्या रणनीति बनी है.
न्यूज चैनल आजतक से बात करते हुए नारायणा हेल्थ के चेयरपर्सन डॉ देवी शेट्ठी ने कहा, हमें कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए. देश में डॉक्टर और नर्स की कमी पर फोकस करना चाहिए और तुरंत इनकी नियुक्तियां करनी चाहिए.
अगर हम आसानी से तीसरी लहर को हराना चाहते हैं तो हमें देश में 51 करोड़ लोगों को वैक्सीन देने की जरूरत है. हमें बस अपने वैक्सीनेशन अभियान में तेजी लानी होगी. यह तो अब तय है कि हमें वैक्सीनेशन के बाद ही कोरोना को हरा सकते हैं तो हमें इस पर फोकस करना चाहिए.
Also Read: कोरोना से जंग में अहम भूमिका निभायेगी डीआरडीओ की यह दवा, अगले सप्ताह से बाजार में होगी उपलब्ध
उन्होंने कहा, देश के अस्पतालों की हालत सुधारने की जरूरत है. देश में स्वास्थ्यकर्मियों की कमी को दूर करने पर भी फोकस किया जाना चाहिए. हमारा देश काफी बड़ा है. देश में कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए हमें लॉकडाउन का फैसला लेना पड़ता है इससे देश को एक दिन में दस हजार करोड़ से ज्यादा का नुकसान होता है.
Also Read:
दिसंबर तक देश में सभी व्यस्कों को लग जायेगा कोरोना वैक्सीन, सरकार ने दिया भरोसा
देश में 13 करोड़ से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लग चुकी है. हमें 51 करोड़ लोगों पर फोकस करना है और उन्हें वैक्सीन देनी है. इसमें 70 हजार करोड़ का खर्च होगा. अगर हम यह करने में सफल रहे तो कोरोना की तीसरी लहर को मात देने में सफल हो जायेंगे. हमें इसमें दो से तीन महीने का वक्त लगेगा. हमें बच्चों के वैक्सीनेशन पर भी फोकस करना होगा. 18 साल से कम उम्र की आबादी खतरे में हैं हमें उनके वैक्सीनेशन पर भी ध्यान देना होगा.