भारत में कोरोना वायरस के मामले लगातार कम हो रहे हैं, आज भी नये संक्रमण का मामला 15 हजार से नीचे रहा है और मरने वालों की संख्या 197 रिकाॅर्ड की गयी है. ऐसे में लोगों के मन में कोरोना वायरस के प्रति डर कम हो रहा है और वे लापरवाही कर रहे हैं. जो कोरोना वायरस के संक्रमण की बड़ी वजह बन सकता है.
पिछले साल से अगर अगर तुलना करें तो यकीनन इस साल कोरोना संक्रमण के मामले कम हैं, लेकिन इसका यह अर्थ नहीं है कि कोरोना वायरस के संक्रमण का डर खत्म हो गया है. पिछले साल अक्टूबर-नवंबर महीने में कोरोना संक्रमण के मामले 40-50 हजार प्रतिदिन के हिसाब से आ रहे थे, जो त्योहारी सीजन के बाद बढ़ते-बढ़ते दो-ढाई लाख मरीज प्रतिदिन तक चले गये थे.
अभी भी त्योहारी सीजन चल रहा है और लोगों की लापरवाही चरम पर है. ऐसे में संक्रमण का खतरा लगातार बना हुआ है. इसलिए कोरोना प्रोटोकाॅल का पालन करना बहुत जरूरी है. मास्क का इस्तेमाल बहुत जरूरी है और साथ ही सोशल डिस्टेसिंग का पालन भी अनिवार्य है.
डब्ल्यूएचओ की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार भी 11 से 17 अक्टूबर के बीच कोविड-19 के दैनिक मामलों में 18 प्रतिशत और संक्रमण से होने वाली मौत के मामले में 13 प्रतिशत की कमी आयी है. उसने इस बात पर भी जोर दिया कि यूरोपीय क्षेत्र के अलावा विश्व में हर जगह एक सप्ताह में सामने आये मामलों में कमी आयी है.
रिपोर्ट के अनुसार भारत में इस सप्ताह में 114,244 मामले सामने आये हैं, जो पिछले सप्ताह की तुलना में 18 प्रतिशत कम है. वहीं, भारत में संक्रमण से मौत के 1,535 मामले सामने आये, जो पिछले सप्ताह की तुलना में 13 प्रतिशत कम है.
Posted By : Rajneesh Anand