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देश में बढ़ रहे है ब्लैक फंगस के मरीज
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गुजरात में दो दिनों में करीब सौ मरीज
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आंखों की चली जाती है रोशनी
Mucormycosis, Black Fungus: कोरोना वायरस के साथ-साथ पूरे देश में म्यूकोर माइकोसिस या ब्लैक फंगस का खतरा बढ़ रहा है. दिल्ली, महाराष्ट्र, यूपी, गुजरात, बिहार और झारखंड में समेत कई राज्यों में इसके मरीज मिल रहे है, औऱ उनकी संख्या में तोजी से इजाफा भी हो रहा है. ताजा मामला गुजरात के अहमदाबाद का है जहां, बीते दो दिनों में ब्लैक फंगस के 86 नये मरीज मिले हैं. इनका इलाज अस्पतालों में चल रहा है.
गुजरात में 2 सौ से ज्यादा मरीजः गुजरात में कोरोना वायरस के साथ म्यूकोरमाइकोसिस के मरीजों में भी तेजी से इजाफा हुआ है. अब तक यहां ब्लैक फंगस के 2 सौ से ज्यादा मरीज हो गएहै. सबसे बड़ी बात की बैलेक फंगस के मरीजों में ज्यादातर की आंखों की रोशनी जा रही है. यह कोरोना वायरस ठीक होने के बाद रोगी के शरीर में घर कर रहा है. दिनों दिन इसके मरीजों की तादाद बढ़ रही है.
कई और राज्यों में म्यूकोरमाइकोसिस का आतंकः गुजरात के अलावा कई और राज्यों में म्यूकोरमाइकोसिस के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. दिल्ली में हर दिन इस संक्रमण के नये मामले आ रहे है. और अस्पतालों में रोगियों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है. वहीं, महाराष्ट्र में इस संक्रमण के दर्जनों मामले देखने के मिल रहे हैं. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा है कि महाराष्ट्र में 2 हजार से ज्यादा मामले हो सकते हैं. इधर यूपी, बिहार और झारखंड़ में भी ब्लैक फंगसके नये नये मामले सामने आ रहे हैं.
कोरोना की दूसरी लहर में बढ़ा ब्लैक फंगस का खतराः देश में कोरोना की दूसरी लहर के बीच ब्लैक फंगस के मामलों में खासा इजाफा होता जा रहा है. गुजरात के सूरत में म्यूकोरमाइकोसिस के मरीजों की बढ़ती संख्या देखते हुए इसके इलाज के लिए अलग से व्यवस्था की गई है. वहीं गुजरात में कई चिकित्सकों का कहना है कि हर दिन ब्लैक फंगस के हर दिन 6 से 8 मरीज आ रहे हैं. जिनमें से अधिकतर को आंख की समस्या है.
कितना घातक है ब्लैक फंगसः बता दें, म्यूकोरमाइकोसिस या ब्लैक फंगस एक तरह का फंगल इंफेक्शन है. जो कोरोना से ठीक हो चुके लोगों में ज्यादा देखने को मिल रहा है. इस बीमारी में आंख-नाक या जबड़े में इंफेक्शन होता है. इसका असर दिमाक पर भी होता है. यहां तक की इससे मरीज की जान भी जा सकती है. इसका सबसे ज्यादा असर आंखों पर होता है. आंख की रोशनी इससे खत्म हो जाती है.
Posted by: Pritish sahay