गुजरात चुनाव 2022: यहां बेटियों की शादी नहर से दूर नहीं होती, जानें थराद विधानसभा क्षेत्र का हाल
Gujarat Election 2022: भरूभाई काग ने कहा, नहर के पास के गांवों के लोग अपनी बेटियों की शादी नहर से दूर स्थित गांवों के लड़कों से नहीं करते हैं, वे सिंचाई के लिए बोरवेल पर निर्भर हैं. जानें थराद विधानसभा क्षेत्र का कैसा है माहौल
Gujarat Election 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो चली है. कई ऐसी सीटें हैं जहां पानी समस्या बनी हुई है. ऐसी ही एक सीट थराद विधानसभा क्षेत्र है. यहां मतदाताओं के बीच मुख्य मुद्दा पानी का नजर आता है. प्रत्याशियों के सामने मतदाता अपनी इस मांग को साफगोई के साथ रखते हुए कहते हैं ‘‘पानी नहीं है, हमें पानी दो.”
गुजरात के बनासकांठा का थराद निर्वाचन क्षेत्र पाकिस्तान की सीमा से लगभग 40 किलोमीटर और राजस्थान से सिर्फ 15 किलोमीटर दूर है. भाजपा ने चौधरी जाति बहुल इस निर्वाचन क्षेत्र से ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) और एशिया की सबसे बड़ी डेयरी बनास डेयरी के अध्यक्ष शंकर चौधरी को मैदान में उतारा है. पांच दिसंबर को होने वाले चुनाव के लिए मैदान में खड़े 14 उम्मीदवारों में कांग्रेस के मौजूदा विधायक गुलाब सिंह पीराभाई भी हैं, जो ओबीसी भी हैं. आम आदमी पार्टी (आप) ने वीरचंदभाई चेलाभाई चावड़ा को चुनाव मैदान में उतारा है. भाजपा के उम्मीदवार चौधरी अजवाड़ा गांव में जब वोट मांगने गये तो महिलाओं के एक समूह ने कहा ‘‘पानी नहीं है, हमें पानी दो.” जो महिलाएं अपने घरों के लिए पानी इकट्ठा करने में हर दिन कई घंटे बिताती हैं, वे सभी जातियों से आती हैं.
मुझे उम्मीद है कि आप मुझे पानी देंगे
माथे पर लाल ‘तिलक’ लगाकर पारंपरिक अंदाज में उनका अभिवादन करने वाली जमना बेन ने कहा, मुझे उम्मीद है कि आप मुझे पानी देंगे.” गांव के मंदिर परिसर में एक छोटी सभा को संबोधित करते हुए, चौधरी ने उन्हें आश्वासन दिया कि वह उनकी समस्याओं का समाधान करेंगे. एक अन्य व्यक्ति भरूभाई काग ने कहा, जिले में केवल एक नर्मदा नहर है जो थराद तालुका के केवल 38 गांवों को पानी उपलब्ध करा रही है, जिसमें कुल 135 गांव हैं. उन्होंने कहा कि जल स्तर काफी नीचे चला गया है और पानी के लिए बोरवेल को बहुत गहरा खोदने की जरूरत है और इसका पानी खारा है और फसलों के लिए अच्छा नहीं है.
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बेटियों की शादी नहर से दूर नहीं होती
भरूभाई काग ने कहा, नहर के पास के गांवों के लोग अपनी बेटियों की शादी नहर से दूर स्थित गांवों के लड़कों से नहीं करते हैं, वे सिंचाई के लिए बोरवेल पर निर्भर हैं. उनके बगल में खड़े ठाकोर जाति के महेशजी भाई ठाकोर ने उनसे सहमति जतायी. ठाकोर ने कहा कि पानी बहुत बड़ा मुद्दा है और इसका समाधान होना चाहिए. काग और ठाकोर दोनों ने कांग्रेस विधायक को अच्छा इंसान बताया। ठाकोर ने कहा, गुलाब सिंह हमेशा लोगों की मदद के लिए मौजूद रहते हैं लेकिन लोग चाहते हैं कि कोई ऐसा व्यक्ति हो जो अहमदाबाद में बैठकर अपने मतभेदों को सुलझाए.