1993 के बॉम्बे ब्लास्ट मामले में हाल में ही चार आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है. जिन चारों आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल हुई है उनके नाम अबू बक्र, मोहम्मद सईद, मोहम्मद शोएब कुरैशी और मोहम्मद यूसुफ शेख हैं. इसी के साथ भारत में एक बार फिर मोस्ट वांटेड अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का नाम सुर्खियों में आ गया है. दरअसल अपनी चार्जशीट में सीबीआई ने ये कहा है कि बम ब्लास्ट में शामिल होने के चारों आरोपी अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की अध्यक्षता में दुबई में आयोजित बैठक में शामिल हुए थे. सीबीआई का कहना है कि उसी बैठक में धमाकों को लेकर साजिश रची गई थी.
29 साल बाद हुई चारों आरोपियों की गिरफ्तारी: साल 1993 के जनवरी-फरवरी में दुबई में आयोजित बैठक में भारत के खिलाफ धमाका करने की खतरनाक साजिश रची गई. बैठक में ही उन्हें बाबरी मस्जिद के विध्वंस का बदला लेने के लिए हथियारों का प्रशिक्षण हासिल करने और धमाका करने संबंधित ट्रेनिंग के लिए पाकिस्तान जाने का निर्देश दिया गया था. घटना के 29 साल बाद चारों अभियुक्त फरार हो गए थे. इसके बाद उन्हें गुजरात से गिरफ्तार किया गया था. सीबीआई ने इस साल की शुरुआत में 1993 के विस्फोट मामले में चार फरार आरोपियों को गिरफ्तार किया था. 29 साल तक फरार रहने के बाद 17 मई, 2022 को चारों को गुजरात एटीएस की मदद से पकड़ा गया. बता दें, 12 मार्च 1993 को देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में हुए 12 विस्फोटों में कुल 257 लोगों की मौत हो गई थी. जबकि, धमाके में 1400 से ज्यादा लोग घायल हुए थे.
दो अभियुक्त अभी भी फरार: 1993 के मुंबई ब्लास्ट में शामिल अधिकर आरोपी पकड़ में आ गये हैं. कानून से सजा भी पा रहे हैं. लेकिन इस धमाके में शामिल दो नाम ऐसे हैं जो अभी भी पकड़ से बाहर है. इनमें से एक है मोस्ट वांटेड अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम और दूसरा है उसी का गुर्गा छोटा शकील. मुंबई बम धमाके का मास्टर माइंड भी अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम है. 29 साल बाद मुंबई बम धमाके के अभियुक्तों की गिरफ्तारी से देश में एक बार फिर मोस्ट वांटेड अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का नाम सुर्खियों में आ गया है. मोस्ट वांटेड अंडरवर्ल्ड डॉन के खिलाफ भारत में बहुत से संगीन मामले दर्ज हैं. मुंबई कोर्ट में दाखिल चार्जशीट में इस बात का भी जिक्र है कि दाऊद इब्राहिम ग्लोबल टेररिस्ट है. उसके इशारे पर उसकी डी कंपनी के गुर्गे भारत में आतंक का खेल खेलते हैं. 1993 मुंबई बम ब्लास्ट, ड्रग्स रैकेट, अंडरवर्ल्ड क्रिमिनल सिंडिकेट, मनी लॉन्ड्रिंग और फेक इंडियन करेंसी समेत दर्जनों अपराध में दाऊद का नाम शामिल है.
पाकिस्तान में खुलेआम घूमता है डॉन दाऊद इब्राहिम: भारत के दुश्मनों को पाकिस्तान में पूरी सुरक्षा दी जाती है. मोस्ट वांटेड अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम केस में भी ऐसा ही हो रहा है. डी कंपनी का ये डॉन भारत के खिलाफ सारे ऑपरेशन पाकिस्तान में रहकर पूरा कर रहा है. इस काम में पाकिस्तान की सरकार के साथ-साथ लश्कर ए तैयबा, जैश ए मोहम्मद, अल कायदा दाऊद की पूरी मदद कर रहे हैं. इसके पक्के दावे किये जाते रहे हैं कि दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान के कराची शहर में रह रहा है. वहीं से ये अपनी पूरा नेटवर्क ऑपरेट कर रहा है.
मुंबई बम ब्लास्ट से सुर्खियों में आया था दाऊद: दाऊद इब्राहिम का जन्म महाराष्ट्र के रत्नागिरी में 1955 को हुआ था. उसके पिता मुंबई पुलिस में थे. लेकिन पिता से इतर दाऊद की रुचि क्राइम की ओर बढ़ती चली गई. गलत संगतों में पड़कर वो क्राइम के दलदल में फंसता चला गया. मुंबई में एक बिजनेसमैन को धमकी देने के आरोप में उसे जेल की हवा भी खानी पड़ी थी. दाऊद पहली बार मुंबई बम ब्लास्ट के बाद सुर्खियों में आया. इस धमाके का वहीं मास्टर माइंड भी था. दाऊद इब्राहिम ग्लोबल टेरेरिस्ट भी घोषित हो चुका है. साल 2006 में भारत सरकार ने पाकिस्तान सरकार को वॉन्टेड अपराधियों की एक सूची सौंपी थी. उस सूची में दाऊद इब्राहिम का नाम भी शामिल था. खबर है कि पाकिस्तान में रहकर डॉन दाऊद इब्राहिम आईएसआई के इशारे पर काम कर रहा है.