मुंबई : मुंबई सीरियल बम ब्लास्ट के मुख्य आरोपी अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की हवेली मंगलवार को नीलाम की जाएगी. महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले की हवेली की नीलामी में दिल्ली के दो वकील बोली लगाएंगे. इन दोनों वकीलों ने बाकायदा बोली लगाने के लिए बयाने की रकम भी जमा करा दी है. ये नीलामी केंद्र सरकार का वित्त मंत्रालय करा रहा है. दाऊद की यह संपत्ति उन 17 संपत्तियों में शामिल है, जो सफेमा और एनडीपीएस कानून के तहत जब्त की गई थीं.
मीडिया की खबरों के अनुसार, बीते 2 नवंबर को सरकार की ओर से नीलाम की जाने वाली संपत्तियों का मुआयना रखा गया था. मुआयने के लिए दिल्ली से दो वकील दिल्ली से रत्नागिरी के मुमका गांव पहुंचे थे, जहां दाऊद की ये हवेली है. इन दोनों वकीलों में भूपेंद्र भारद्वाज और अजय श्रीवास्तव शामिल हैं. भारद्वाज ने कुल 6 संपत्तियों पर बोली लगाने का फैसला किया है.
हवेली में खुलेगा आतंकवाद के खिलाफ लड़ने वाली संस्था का दफ्तर
हिंदी के एक समाचार चैनल ने वकील भूपेंद्र भारद्वाज के हवाले से लिखा है कि अगर वे नीलामी जीत जाते हैं, तो दाऊद की हवेली को तुड़वाकर वहां आतंकवाद के खिलाफ लड़ने वाली संस्था का दफ्तर बनाएंगे. मुमका पहुंचे दूसरे वकील अजय श्रीवास्तव का कहना है कि अगर उन्हें उन्हें हवेली मिल जाती है, तो वे इसे तुड़वाकर यहां सनातन शिक्षा का केंद्र बनाएंगे. अजय श्रीवास्तव वही वकील हैं, जिन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए कई साल पहले दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान की पिच खोद दी थी.
2001 में भी दाऊद की दो दुकानों को खरीद चुके हैं श्रीवास्तव
वकील अजय श्रीवास्तव का कहना है कि वर्ष 2001 में जब दाऊद की संपत्तियों की नीलामी हो रही थी, तो उन्होंने उस समय मुंबई के नागपाड़ा इलाके में दाऊद की दो दुकानों को खरीद लिया था. उनका कहना है कि उन्होंने दाऊद की संपत्ति पर बोली इसलिए लगाई है, ताकि लोगों के बीच यह संदेश जा सके कि वह एक भगोड़ा है और उससे डरने की जरूरत नहीं है. ये हवेली जमीन के ऊपर दो मंजिलों की है. इस जगह से दाऊद का भावनात्मक लगाव रहा है, क्योंकि यहीं पर उसका बचपन बीता है. आज ये हवेली एक खंडहर में तब्दील हो गई है, लेकिन अब से करीब 40 साल पहले तक दाऊद इब्राहिम का परिवार इसमें रहा करता था.
मुंबई पुलिस में नौकरी लगने के बाद मुमका गांव छोड़ दिए थे दाऊद के पिता
मीडिया की खबरों के अनुसार, अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के पिता इब्राहिम कासकर की जब मुंबई पुलिस में नौकरी लग गई, तो वे मुंबई कि पाकमोडिया स्ट्रीट में अपने परिवार के साथ बस गए. उनके साथ दाऊद भी मुंबई चला गया और वहां उसने अपराध जगत में अपना करियर बनाना शुरू कर दिया. परिवार के बाकी सदस्यों के मुंबई चले जाने के बाद भी कई सालों तक यहां दाऊद की चार बहनों में से एक रहा करती थी.
3240 वर्ग गज जमीन पर फैली है हवेली
केन्द्र सरकार के वित्त मंत्रालय ने दाऊद के स्मगलिंग के आरोपों में भगोड़ा घोषित किए जाने के बाद उसकी कई संपत्तियों को जब्त कर लिया था. इन संपत्तियों में से एक यह हवेली भी है. करीब 3240 वर्ग गज जमीन में फैली इस हवेली का रिजर्व प्राइस 5,35, 800 रुपये रखा गया है. बोली लगाने वालों को 1,35,000 रुपये बयाना देना होगा.
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Posted By : Vishwat Sen