नयी दिल्ली : भारतीय दवा महानियंत्रक वीजी सोमानी ने कोविड-19 वैक्सीन ‘कोविशील्ड’ के निर्माण के लिए सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को अनुमति दे दी है. कोविड-19 की रोकथाम के लिए 18 वर्ष या उससे बड़े प्रति व्यक्ति के लिए दो खुराक निर्धारित की गयी है. पहली खुराक के बाद चार से छह हफ्ते के बीच दूसरी खुराक देने की बात कही गयी है.
Drugs Controller General of India grants permission to Serum Institute of India to manufacture its COVID-19 vaccine 'Covishield' pic.twitter.com/qRX3ZI9xai
— ANI (@ANI) January 4, 2021
डीसीजीआई ने कहा है कि वैक्सीन को दो से आठ डिग्री सेल्सियस पर संग्रहीत किया जाता है. एक बार खोलने के बाद मल्टी-डोज शीशियों को जितना जल्दी हो सके उपयोग में लाएं. साथ ही कहा है कि छह घंटे के भीतर उपयोग किया जाना चाहिए.
डीसीजीआई ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को अनुमति देते हुए कहा है कि यह अनुमति विभिन्न परिस्थितियों में कोविड-19 के लिए आपातकालीन स्थिति में प्रतिबंधित उपयोग के लिए है. वैक्सीनेशन कार्यक्रम के लिए आपूर्ति की जानेवाली वैक्सीन है.
वहीं, सीआईआई के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा है कि ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ने ‘कोविशील्ड’ वैक्सीन को शर्तों के अधीन आपातकालीन स्थिति में प्रतिबंधित उपयोग की मंजूरी दी है. कंपनी शरुआत में वैक्सीन की आपूर्ति सरकार को करेगी. निजी बाजार में नहीं बेचेगी. वैक्सीन के निर्यात की अनुमति भी नहीं दी गयी है.
उन्होंने बताया कि सरकार की 50-60 मिलियन यानी 50-60 करोड़ खुराक पहली किश्त की आपूर्ति करने के बाद हम मार्च तक निजी अस्पतालों, कंपनियों और निजी लोगों को कोविड-19 वैक्सीन ‘कोविशील्ड’ मुहैया करा सकते हैं.
पूनावाला ने कहा है कि सरकार ने लगभग 10 करोड़ खुराक के लिए 200 रुपये प्रति शॉट की कीमत रखी है. हालांकि, निजी बाजार में एक हजार रुपये इसकी कीमत होगी. सरकार ने संकेत दिया है कि महीने में पांच-छह करोड़ खुराक या हफ्ते में एक से डेढ़ करोड़ खुराक की जरूरत होगी.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.