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सड़क दुर्घटनाओं में दुनिया भर में मौतों में भारत का हिस्सा 11 प्रतिशत
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भारत में सालाना करीब साढ़े चार लाख सड़क दुर्घटनाएं होती हैं
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पिछले एक दशक में भारतीय सड़कों पर 13 लाख लोगों की मौत हुई
भारत में दुनिया के एक फीसदी वाहन हैं पर सड़कों पर वाहन दुर्घटनाओं के चलते विश्वभर में होने वाली मौतों में 11 प्रतिशत मौत भारत में होती हैं. विश्वबैंक की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गयी है. भारत में सालाना करीब साढ़े चार लाख सड़क दुर्घटनाएं होती हैं, जिनमें डेढ़ लाख लोगों की मौत होती है.
रिपोर्ट में कहा गया, सड़क दुर्घटनाओं में हताहत होने वाले लोगों में सबसे ज्यादा भारत के होते हैं. भारत में दुनिया के सिर्फ एक फीसदी वाहन हैं, लेकिन सड़क दुर्घटनाओं में दुनिया भर में होने वाली मौतों में भारत का हिस्सा 11 प्रतिशत है. देश में हर घंटे 53 सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं और हर चार मिनट में एक मौत होती है.
रिपोर्ट के अनुसार, पिछले एक दशक में भारतीय सड़कों पर 13 लाख लोगों की मौत हुई है और इनके अलावा 50 लाख लोग घायल हुए हैं.रिपोर्ट में कहा गया कि भारत में सड़क दुर्घटनाओं के चलते 5.96 लाख करोड़ रुपये यानी सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 3.14 प्रतिशत के बराबर नुकसान होता है.सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के द्वारा हाल ही में किये गये एक अध्ययन में अनुमान लगाया गया है कि भारत में सड़क दुर्घटनाओं से 1,47,114 करोड़ रुपये की सामाजिक व आर्थिक क्षति होती है, जो जीडीपी के 0.77 प्रतिशत के बराबर है.
मंत्रालय के अनुसार, सड़क दुर्घटनाओं का शिकार लोगों में 76.2 प्रतिशत ऐसे हैं, जिनकी उम्र 18 से 45 साल के बीच है.यानी ये लोग कामकाजी आयु वर्ग के हैं.वैश्विक स्तर पर सड़क दुर्घटनाएं लोगों की मौत का आठवां सबसे बड़ा कारण है.विश्वबैंक की रिपोर्ट के अनुसार, कम आय वाले देशों में सड़क दुर्घटनाओं की दर अधिक आय वाले देशों की तुलना में तीन गुना अधिक है.रिपोर्ट के अनुसार, भारत से प्राप्त आंकड़े इस निष्कर्ष को और पुष्ट करते हैं.
Posted By : Rajneesh Anand