दीप सिद्धू ने सनी देओल पर लगाया धोखा देने का आरोप, बिहारी प्रवासी को बताया पंजाबियों से बेहतर, …पढ़ें नये वीडियो में और क्या कहा?
Deep Sidhu, Sunny Deol, viral video : नयी दिल्ली : लाल किले पर धार्मिक झंडा निशान साहिब लगाये जाने के बाद पंजाबी फिल्म अभिनेता सह सामाजिक कार्यकर्ता दीप सिद्धू पर दिल्ली पुलिस ने देशद्रोह और गैरकानूनी गतिविधियों के आरोप लगाये हैं. इसके बाद से वह भूमिगत हैं. उन्होंने एक वीडियो जारी कर गहरा दुख जताया है. साथ ही गुरदासपुर के बीजेपी सांसद सनी देओल पर भी धोखा देने का आरोप लगाते हुए कहा है कि ''मैं गिरफ्तारी से नहीं डरता हूं. जिनके लिए उन्होंने 2019 के आम चुनावों में प्रचार किया, उन्होंने भी खुद को अलग कर लिया है.''
नयी दिल्ली : लाल किले पर धार्मिक झंडा निशान साहिब लगाये जाने के बाद पंजाबी फिल्म अभिनेता सह सामाजिक कार्यकर्ता दीप सिद्धू पर दिल्ली पुलिस ने देशद्रोह और गैरकानूनी गतिविधियों के आरोप लगाये हैं. इसके बाद से वह भूमिगत हैं. उन्होंने एक वीडियो जारी कर गहरा दुख जताया है. साथ ही गुरदासपुर के बीजेपी सांसद सनी देओल पर भी धोखा देने का आरोप लगाते हुए कहा है कि ”मैं गिरफ्तारी से नहीं डरता हूं. जिनके लिए उन्होंने 2019 के आम चुनावों में प्रचार किया, उन्होंने भी खुद को अलग कर लिया है.”
दीप सिद्धू ने नये वीडियो में भावुक होते हुए कहा है कि किसान नेताओं और पंजाब के अन्य लोगों के द्वारा देशद्रोही का प्रमाणपत्र दिये जाने से उन्हें गहरा दुख हुआ है. अज्ञात स्थान से फेसबुक पर साझा किये गये ताजा वीडियो में अपनी भावना व्यक्त करते हुए आंखों में आंसू आ जाते हैं. उन्होंने कहा है कि ”किसानों की 26 जनवरी को आयोजित ट्रैक्टर रैली के दौरान दिल्ली के लाल किले के खाली पोल पर ‘निशान साहिब’ (खालसा झंडा) फहराने के बाद देशद्रोही करार दिये जाने से बहुत निराशा हुई है.”
साथ ही कहा है कि ”मैंने ‘निशान साहिब’ फहराकर क्या गलत किया? यह भारत सरकार के खिलाफ सिर्फ एक प्रतीकात्मक विरोध था. किसानों के नेताओं को इस पर विचार करना चाहिए था, ना कि विरोध.” साथ ही कहा है कि ”वीरता और बलिदान की परंपरा से पंजाबी किसी तरह अलग हो गये हैं. आज हम सिर्फ अपनरी जमीन के लिए लड़ रहे हैं, अपनी चेतना से नहीं.” साथ ही कहा है कि पंजाब की आवाज बनने और लड़ने के लिए अपना सबकुछ छोड़ दिया. इसके बावजूद मुझे देशद्रोही घोषित कर दिया गया. क्या यह मेरा पुरस्कार है?”
दीप ने कहा है कि ”मुझे और लक्खा सिधाना को देख कर कोई भी भविष्य में पंजाब के अधिकार के लिए लड़ने को लेकर खड़ा नहीं होगा.” नये वीडियो में उन्होंने यह भी बताया है कि कैसे खा-पीकर वह अपना गुजारा कर रहे हैं. साथ ही कहा कि ” जब पुलिस उनके पीछे पड़ी थी और कोई जगह नहीं बची थी, तो उन्होंने एक बिहारी प्रवासी मजदूर के अस्थायी तंबू में रह रहे थे.” उन्होंने बिहारी प्रवासियों को पंजाबियों की तुलना में बेहतर बताते हुए कहा कि ”मैं जब अकेला रह गया, तब बिहारी प्रवासियों ने भोजन और आश्रय दिया.”
उन्होंने किसान यूनियन के नेताओं से पूछा है कि ”मेरा जीवन पूरी तरह बर्बाद हो गया है. ऐसी स्थिति में, मैं सरकार का एजेंट कैसे हो सकता हूं.” मालूम हो कि नये कृषि कानून के विरोध में गणतंत्र दिवस के दिन आयोजित किसानों की ट्रैक्टर रैली में लाल किले पर उत्पात मचाते हुए धार्मिक झंडा निशान साहिब फहरा दिया था. घटना के बाद पंजाबी फिल्म अभिनेता सह सामाजिक कार्यकर्ता दीप सिद्धू आरोपों के घेरे में हैं.