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Deep Sidhu News : जानें कौन है दीप सिद्धू जिसने लाल किला पर लहराया निशान साहिब, सनी देओल ने आखिर क्यों झाड़ा पल्ला

Deep Sidhu News : गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में हुई ट्रैक्टर रैली में अचानक हिंसा की घटनाएं देखने का मिली. जिसके बाद राष्‍ट्रीय राजधानी की सड़कों पर उग्र किसानों ने खूब बवाल काटा. deep sidhu ,Sunny Deol ,PM MODI, farmer delhi violence photo and video

गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में हुई ट्रैक्टर रैली (farmer, delhi violence) में अचानक हिंसा की घटनाएं देखने का मिली. जिसके बाद राष्‍ट्रीय राजधानी की सड़कों पर उग्र किसानों ने खूब बवाल काटा. जहां किसान नेताओं ने दीप सिद्धू (Deep Sidhu) पर किसानों को भड़काने और हिंसा फैलाने का आरोप लगाया है. वहीं ट्रैक्टर परेड के दौरान लालकिले पर प्रदर्शनकारियों द्वारा धार्मिक झंडा फहराये जाने की घटना के दौरान मौजूद रहे अभिनेता दीप सिद्धू ने प्रदर्शनकारियों के कृत्य का बचाव किया है.

दीप सिद्धू ने कहा कि उन लोगों ने राष्ट्रीय ध्वज नहीं हटाया और केवल एक प्रतीकात्मक विरोध के तौर पर ‘निशान साहिब’ को लगाया था. उन्होंने कहा है कि ‘निशान साहिब’ सिख धर्म का प्रतीक है और इस झंडे को सभी गुरुद्वारा परिसरों में लगाने का काम किया जाता है. गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में हुई ट्रैक्टर रैली में हिंसा और घटनाएं से जुड़ी हर Hindi News से अपडेट रहने के लिए बने रहें हमारे साथ.

फेसबुक पोस्ट : सिद्धू ने इस संबंध में फेसबुक पर एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें उन्होंने दावा किया है कि कोई योजनाबद्ध कदम नहीं था और उन्हें कोई साम्प्रदायिक रंग नहीं दिया जाना चाहिए जैसा कट्टरपंथियों द्वारा किया जा रहा है. वीडियो में सिद्धू कहते नजर आ रहे हैं कि नये कृषि कानूनों के खिलाफ प्रतीकात्मक विरोध दर्ज कराने के लिए, हमने ‘निशान साहिब’ और किसान झंडा लगाया और साथ ही किसान मजदूर एकता का नारा भी लगाने का काम किया.

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राष्ट्रीय ध्वज नहीं हटाया : आगे सिद्धू ने ‘निशान साहिब’ की ओर इशारा करते हुए कहा कि झंडा देश की ‘‘विविधता में एकता” का प्रतिनिधित्व करता है. ‘निशान साहिब’ सिख धर्म का एक प्रतीक है जो सभी गुरुद्वारा परिसरों में लगाने का काम किया जाता है. लालकिले पर ध्वज-स्तंभ से राष्ट्रीय ध्वज नहीं हटाया गया और किसी ने भी देश की एकता और अखंडता पर सवाल नहीं उठाया.

कौन है दीप सिद्धू : आइए आपको दीप सिद्धू के संबंध में बताते हैं. दीप सिद्धू का संबंध पंजाब के मुक्तसर जिले से हैं. इसी जिले में उनका जन्म साल 1984 में हुआ. उन्होंने लॉ की पढ़ाई भी की है. किंगफिशर मॉडल हंट अवार्ड जीतने से पहले उन्होंने कुछ दिन बार के सदस्य के तौर पर भी कार्यभार संभाला. साल 2015 में दीप सिद्धू की पहली पंजाबी फिल्म आई जिसका नाम ‘रमता जोगी’ था. हालांकि उन्हें प्रसिद्धि साल 2018 में मिली. इस साल उनकी फिल्म जोरा दास नुम्बरिया रिलीज हुई. इस फिल्म में उन्होंने एक गैंगेस्टर का रोल निभाया.

आया सनी देओल का नाम : यदि आपको याद हो तो साल 2019 में एक्टर सनी देओल ने गुरुदासपुर से लोकसभा चुनाव लड़ा था. उनके चुनाव प्रचार में दीप सिद्धू को भी रखा था. कल की हिंसा के बाद सनी देओल को लेकर लोग बात करने लगे थे हालांकि इस संबंध में एक्टर का बयान सामने आया है. लाल किले पर हुई हिंसक घटना के बाद सनी देओल ने एक ट्वीट किया और लिखा कि ‘मेरा या मेरे परिवार का दीप सिद्धू से कोई संबंध नहीं है.’ उन्होंने अपने ट्विटर वॉल पर लिखा कि लाल क़िले पर जो हुआ उसे देख कर मन बहुत दुखी हुआ है, मैं पहले भी, 6 December को ,Twitter के माध्यम से यह साफ कर चुका हूं कि मेरा या मेरे परिवार का दीप सिद्धू के साथ कोई संबंध नहीं है…जय हिन्द..

वायरल तस्वीर : आपको याद हो तो कुछ एक्टिविस्टों और कलाकारों ने सिंघू बॉर्डर (दिल्ली-हरियाणा) पर चल रहे किसान आंदोलन को 25 सितंबर के दिन अपना समर्थन देने का फैसला लिया. इनमें दीप सिद्धू का भी नाम था. उन्होंने किसानों के साथ धरने पर बैठने का निर्णय लिया. इन सबके बीच बहुत से किसान दीप सिद्धू की भागीदारी का विरोध भी करते नजर आये थे. इस दौरान एक तस्वीर वायरल हुई जिसमें दीप सिद्धू नरेंद्र मोदी और सनी देओल के साथ नजर आ रहे हैं. इस तस्वीर के आधार पर उन्हें आरएसएस और भाजपा का एजेट तक लोगों ने कहा.

Posted By : Amitabh Kumar

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