चीन के साथ तनाव के बीच लेह पहुंचे रक्षा मंत्री, सेना ने दिखाई ताकत, तो राजनाथ ने भी उठाई राइफल, देखें वीडियो

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सुरक्षा हालात का जायजा लेने के लिए शुक्रवार को एक दिवसीय दौर पर लेह पहुंचे. चीन के साथ जारी सीमा विवाद के मद्देनजर वह क्षेत्र में सुरक्षा हालात की विस्तृत समीक्षा करेंगे. रक्षा मंत्री के इस दौरे में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत और सेना प्रमुख जनरल एम. एम. नरवणे भी उनके साथ हैं. सिंह अग्रिम इलाकों स्टक्ना और लुकुंग भी जाएंगे.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 17, 2020 11:39 AM

लेह : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सुरक्षा हालात का जायजा लेने के लिए शुक्रवार को एक दिवसीय दौर पर लेह पहुंचे. चीन के साथ जारी सीमा विवाद के मद्देनजर वह क्षेत्र में सुरक्षा हालात की विस्तृत समीक्षा करेंगे. रक्षा मंत्री के इस दौरे में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत और सेना प्रमुख जनरल एम. एम. नरवणे भी उनके साथ हैं. सिंह अग्रिम इलाकों स्टक्ना और लुकुंग भी जाएंगे.

आपको बता दें कि इससे पहले तीन जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लद्दाख का औचक दौरा किया था. उन्होंने सैनिकों को संबोधित किया था और संकेत दिए थे कि भारत-चीन सीमा विवाद के संबंध में भारत का रुख सख्त रहेगा. सिंह को भी तीन जुलाई को ही दौरे पर जाना था लेकिन किन्हीं कारणों से उनका जाना नहीं हो पाया.

पूर्वी लद्दाख में पांच मई से भारत और चीन के सैनिकों के बीच गतिरोध चल रहा है. गलवान घाटी में दोनों ओर के सैनिकों के बीच हुई झड़प में भारत के 20 सैन्यकर्मियों की मौत के बाद यह तनाव बहुत अधिक बढ़ गया. हालांकि कई दौर की राजनयिक एवं सैन्य बातचीत के बाद छह जुलाई से दोनों ओर के सैनिक पीछे हटना शुरू हुए.

पीका मशीन गन की जांच : यहां राजनाथ सिंह ने सेना के अधिकारियों के साथ लंबी बातचीत की. इसके अलावा कार्यक्रम में शामिल हुए सैन्यकर्मी भी रक्षामंत्री से बात करते नजर आये. इसी बीच वे सेना की पीका मशीन गन की जांच करते दिखे और अधिकारियों से इसके बारे में जानकारी भी ली.

पैरा ड्रापिंग अभ्यास : भारतीय सशस्त्र बलों के सैनिकों ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवाणे की मौजूदगी में स्टाकना (लेह) में पैरा ड्रापिंग अभ्यास किया. इनकी मौजूदगी में भारतीय सेना के जवानों ने भी अभ्यास किया जिसकी तस्वीरें सामने आईं हैं. अभ्यास के दौरान रक्षा मंत्री तालियां बजाते नजर आये.

पीएम मोदी का दौरा : लद्दाख में एक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे और खरी-खरी चेतावनी के बाद चीन की ओर से प्रतिक्रिया आयी थी. लद्दाख में सैनिकों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने चीन को विस्तारवादी बताया. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए चीन ने कहा था कि हम विस्तारवादी सोच नहीं रखते हैं. कई देशों के साथ हमने शांतिपूर्ण तरीके से सीमा विवाद सुलझाया है.

पूर्वी लद्दाख में सैनिकों के पीछे हटने की प्रक्रिया जटिल : भारतीय थल सेना ने पूर्वी लद्दाख में तनाव घटाने पर भारत और चीन के बीच चौथे चरण की लंबी सैन्य बातचीत के बाद कहा कि दोनों देश अपने-अपने सैनिकों को पूरी तरह से पीछे हटाने के लिये प्रतिबद्ध हैं. हालांकि, यह प्रक्रिया ‘‘जटिल” है, जिसका निरंतर सत्यापन करने की जरूरत है.

Posted By : Amitabh Kumar

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