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रक्षा मंत्रालय ने हथियारों की खरीद के लिए 70 हजार करोड़ के प्रस्तावों को मंजूरी दी

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में DAC ने स्वदेश में विकसित 70,584 करोड़ रुपये के सैन्य साजो-सामान की खरीद को आज मंजूरी दे दी है. इस फैसले से घरेलू रक्षा विनिर्माण को काफी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है.

Indian Defence News: भारत ने स्वदेश में विकसित 70,584 करोड़ रुपये के सैन्य साजो-सामान की खरीद को गुरुवार को मंजूरी दे दी. इस फैसले से घरेलू रक्षा विनिर्माण को काफी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है. अधिकारियों ने कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में रक्षा अधिग्रहण परिषद (DAC) ने खरीद प्रस्तावों को मंजूरी दी.

LAC पर जारी गतिरोध के बीच लिया गया फैसला

पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन के साथ लगभग तीन साल से जारी गतिरोध के बीच नए खरीद प्रस्तावों को हरी झंडी दी गई है. डीएसी ने सैन्य साजो-सामान की खरीद के लिए 70,584 करोड़ रुपये की एक्सेप्टेंस ऑफ नेसेसिटी (AON) को स्वीकृति दी, जिसके तहत सभी खरीद स्वदेशी रूप से डिजाइन, विकसित और निर्मित श्रेणी के तहत की जाएगी. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के कार्यालय ने ट्वीट किया, इतनी मात्रा में स्वदेशी खरीद न केवल भारतीय उद्योगों को आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में प्रेरित करेगी, बल्कि विदेशी विक्रेताओं पर भारत की निर्भरता को भी काफी हद तक कम करेगी.

रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर कदम

बता दें कि भारत रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है. दिसंबर 2022 तक विदेशी स्रोतों से रक्षा खरीद पर खर्च घटकर सिर्फ 36.7 फीसदी रह गया है. वहीं, 2018-19 में विदेशी स्रोतों से रक्षा खरीद पर कुल खर्च 46 फीसदी था. जबकि, 2016 से 2020 के बीच वैश्विक हथियारों के आयात में भारत 9.5 फीसदी के साथ दूसरे नंबर पर तो था, लेकिन ये आयात वर्ष 2011-2015 के बीच हुए आयात से 33 फीसदी कम था. भारत के आयात कम करने से रूस सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है, लेकिन अमेरिका से आयात होने वाली रक्षा सामग्री में भी 46 फीसदी की गिरावट आई है.

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