India China Dispute: राहुल के हमले के बाद चीनी अतिक्रमण से जुड़े डाॅक्यूमेंट को रक्षा मंत्रालय ने वेबसाइट से हटाया

नयी दिल्ली : गलवान घाटी की घटना के बाद चीन के साथ जारी तनाव (India China Dispute) के बीच रक्षा मंत्रालय (Ministry of Defence) ने वह दस्तावेज अपने वेबसाइट से हटा दिया है, जिसमें चीनी सैनिकों के भारतीय क्षेत्र में अतिक्रमण की जानकारी थी. इसपर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) पर हमला बोला है. चीन के साथ तनाव के इस दौर में राहुल लगातार प्रधानमंत्री पर निशाना साध रहे हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 6, 2020 8:50 PM
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नयी दिल्ली : गलवान घाटी की घटना के बाद चीन के साथ जारी तनाव (India China Dispute) के बीच रक्षा मंत्रालय (Ministry of Defence) ने वह दस्तावेज अपने वेबसाइट से हटा दिया है, जिसमें चीनी सैनिकों के भारतीय क्षेत्र में अतिक्रमण की जानकारी थी. इसपर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) पर हमला बोला है. चीन के साथ तनाव के इस दौर में राहुल लगातार प्रधानमंत्री पर निशाना साध रहे हैं.

उसी दस्तावेज के आधार पर राहुल गांधी ने सवाल किया है कि प्रधानमंत्री आखिर झूठ क्यों बोल रहे हैं. दस्तावेज में पहली बार आधिकारिक तौर पर यह स्वीकार किया गया था कि चीनी सैनिकों ने मई में पूर्वी लद्दाख में भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की थी और मौजूदा गतिरोध अभी और लंबा खिंचेगा. वेबसाइट से दस्तावेज हटाए जाने के बाद राहुल गांधी ने एक बार फिर ट्वीट कर प्रधानमंत्री मोदी पर हमला बोला है.

राहुल गांधी ने एक अंग्रेजी अखबार की खबर को ट्वीट करते हुए लिखा, ‘प्रधानमंत्री झूठ क्यों बोल रहे हैं.’ रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट से चीनी सैनिकों के अतिक्रमण से जुड़े दस्तावेज को हटाये जाने पर राहुल गांधी ने एक और ट्वीट कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला. उन्होंने लिखा, ‘चीन के खिलाफ खड़े होने की बात तो भूल ही जाइए, भारत के प्रधानमंत्री में उनका नाम लेने तक की हिम्मत नहीं है. चीन के हमारे इलाके में होने को नकारने और वेबसाइट से डॉक्यूमेंट को हटा लेने से तथ्य नहीं बदल जायेंगे.’

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मंगलवार को रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट पर अपलोड हुए दस्तावेज में पहली बार आधिकारिक तौर पर चीनी सैनिकों के भारतीय क्षेत्रों के अतिक्रमण की बात स्वीकार को किया गया था. दस्तावेज में लिखा था, ‘चीनी पक्ष ने 17-18 मई को कुगरांग नाला (हॉट स्प्रिंग्स के उत्तर में पट्रोलिंग पॉइंट 15 के पास), गोगरा (पट्रोलिंग पॉइंट 17 ए) और पैंगोंग सो के उत्तरी किनारे पर अतिक्रमण किया था.’ हालांकि बाद में इस दस्तावेज वेबसाइट से हटा लिया गया.

कांग्रेस ने भी सवाल किया है कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बचाने के लिए दस्तावेज को वेबसाइट से हटाया गया है. कांग्रसे नेता अजय माकन ने कहा, ‘भारतीय सेना और आईटीबीपी पीछे हट रही है लेकिन चीनी सेना पीछे नहीं हट रही है. 19 जून को पीएम ने सर्वदलीय बैठक में कहा था कि ना तो कोई हमारी सीमा में कोई घुसा है, ना ही कोई घुसा हुआ है और ना ही हमारी कोई पोस्ट दूसरे के कब्जे में है. लेकिन अब 4 अगस्त को डिफेंस मिनिस्ट्री ने अपनी वेबसाइट पर 3 पेज की जो डीटेल डाली थी, उसमें कहा गया था कि 17-18 मई को चीनी सेना ने भारतीय सीमा का उल्लंघन किया.’

आपको बता दें कि जून महीने में गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच खूनी झड़प में भारत के 21 जवान शहीद हो गये थे. इसके बाद प्रधानमंत्री ने सर्वदलीय बैठक बुलायी थी. बैठक के बाद अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि न तो कोई भारतीय क्षेत्र में घुसा था और न ही कोई अभी घुसा हुआ है.

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उस समय भी राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री पर हमला बोला था और कहा था कि प्रधानमंत्री झूठ बोल रहे हैं. अगर हमारी सीमा में कोई घुसा नहीं तो ये हिंसक झड़प कहां हुई? राहुल ने कहा था कि प्रधानमंत्री घुसपैठ की बात स्वीकार क्यों नहीं कर रहे हैं? पूर्वी लद्दाख में हुई उस हिंसक झड़प में चीनी सैनिकों के मारे जाने की भी खबर आयी थी. भारत ने दावा किया था कि 45 से ज्यादा चीनी सैनिक भी मारे गये हैं.

हालांकि, चीन ने आधिकारिक रूप से कभी भी अपने सैनिकों के मारे जाने की पुष्टि नहीं की. उसने केवल इतना कहा था कि हमारे भी कुछ कमांडर हताहत हुए हैं, लेकिन संख्या नहीं बतायी थी. इसके बाद से दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर है. दोनों देशों की ओर से कई कमांडर स्तर की वार्ता हो चुकी है. पीछे हटने पर सहमति भी बनी है. कुछ पोस्ट पर चीनी सैनिक पीछे हटे भी हैं.

Posted By: Amlesh Nandan Sinha.

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