Rajnath Singh: चमोली में रक्षामंत्री ने मनाया दशहरा, ‘ऐ वतन तेरे लिए’ से गूंज उठा मिलिट्री स्टेशन, Video

इस दौरान रक्षामंत्री ने कहा कि भारत एकमात्र ऐसा देश है जहां हथियारों की पूजा की जाती है. साथ ही उन्होंने कहा कि हमें विश्वास है कि हमारा देश हमारे सशस्त्र बलों के हाथों में सुरक्षित है. हमारे सशस्त्र बलों और अर्धसैनिक बलों के जवान हमारे देश का गौरव हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 5, 2022 11:19 AM
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Rajnath Singh: देशभर में दशहरा का त्योहार मनाया जा रहा है. पीएम मोदी हिमाचल के कुल्लू में दशहरा मनाएंगे तो संघ कार्यालय में भी शस्त्र पुजा के बाद आरएसएस ने विजयादशमी का त्योहार मनाया. ऐसे में हर बार की परंपरा के अनुसार रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार की सुबह शस्त्र पूजा की. राजनाथ सिंह ने उत्तराखंड के चमोली के औली सैन्य स्टेशन में सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे की उपस्थिति में हथियारों के साथ अनुष्ठान किया.

देश हमारे सशस्त्र बलों के हाथों में सुरक्षित: रक्षा मंत्री

इस दौरान रक्षामंत्री ने कहा कि भारत एकमात्र ऐसा देश है जहां हथियारों की पूजा की जाती है. साथ ही उन्होंने कहा कि हमें विश्वास है कि हमारा देश हमारे सशस्त्र बलों के हाथों में सुरक्षित है. हमारे सशस्त्र बलों और अर्धसैनिक बलों के जवान हमारे देश का गौरव हैं. वहां उन्होंने जवानों के साथ नाश्ता किया और बातचीत की.

देशभक्ति गीत गाते वीडियो क्लिप वायरल

न्यूज एजेंसी एएनआई के द्वारा ट्वीट किए गए एक वीडियो में राजनाथ सिंह को मंत्रों के जाप के बीच सशस्त्र बलों की उपस्थिति में दृश्यों का प्रदर्शन करते हुए देखा जा सकता है. वहीं, एक अन्य वीडियो क्लिप में सैनिकों को देशभक्ति के गीत गा रहे है. उत्तराखंड में सेना के जवानों के साथ दशहरा मनाते हुए औली मिलिट्री स्टेशन देशभक्ति गीत ‘ऐ वतन तेरे लिए’ की आवाज से गूंज उठा. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भी जवानों के साथ ताल में ताल मिला रहे है.

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वायु सेना के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर

यह रक्षा मंत्री द्वारा रक्षा क्षेत्र में सरकार के आत्मनिर्भर भारत अभियान के विस्तार के लिए राजस्थान के जोधपुर में वायु सेना को भारत में बने हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टरों के पहले बैच के सौंपे जाने के कुछ ही दिनों बाद आया है. बीते सोमवार को रक्षा मंत्री ने कहा था कि यह वायु सेना के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, स्वतंत्रता के बाद से, भारतीय वायुसेना विदेशी हमले के हेलीकॉप्टरों पर निर्भर थी. इस निर्भरता को कम करने की सख्त जरूरत 1999 के कारगिल युद्ध के दौरान महसूस की गई थी. यह अब बदलने के लिए तैयार है.

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