kisan andolan : केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों का विरोध प्रदर्शन (Farmers Protest) लगातार महीने भर से जारी है. इधर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defense Minister Rajnath Singh) ने कहा, केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ विपक्षी दल दुष्प्रचार करने में लगे हुए हैं. उन्होंने साफ किया है कि कोई भी मां का लाल किसानों की जमीन उनसे नहीं छीन सकता है.
हिमाचल प्रदेश सरकार के तीन साल पूरे होने पर आयोजित कार्यक्रम में रक्षा मंत्री ने कहा, ये दुष्प्रचार किया गया कि किसानों की जमीन कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग (Contract farming) के माध्यम से छीन ली जाएगी, कोई भी मां का लाल किसानों से उनकी जमीन नहीं छीन सकता है. ये मुकम्मल व्यवस्था कृषि कानूनों में की गई है.
उन्होंने कहा, जो भी करार होगा वो किसान की उपज का होगा, जमीन का नहीं होगा. साथ ही करार में जितनी राशि तय की गयी है, अगर उससे कम मिलता है तो किसान उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए सरकार की मदद ले सकता है.
उन्होंने कहा, ऐतिहासिक कृषि सुधार से उन लोगों के पैरों तले जमीन खिसक गई है जो लोग किसानों के नाम पर अपने निहित स्वार्थ साधते थे. उनका धंधा खत्म हो जायेगा, इसलिए जानबूझ कर देश के कुछ हिस्सों में एक गलतफहमी पैदा की जा रही है कि हमारी सरकार MSP की व्यवस्था खत्म करना चाहती है.
MSP खत्म करने का इरादा इस सरकार का ना तो कभी था, ना है और ना रहेगा. मंडी व्यवस्था भी कायम रहेगी. कोई भी मां का लाल किसानों से उनकी जमीन नहीं छीन सकता.
जब भी देश में व्यापक सुधार हुए हैं उनका असर दिखने में थोड़ा समय लगा है. चाहे वे 1991 में नरसिंम्हा सिंह राव सरकार के समय हुए, आर्थिक सुधारों की बात हो या अटल जी की सरकार के द्वारा किया गया सुधार हो, उनका लाभ जनता को मिलने में कम से कम कुछ समय लगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि क्षेत्र में सुधार की शुरुआत की है, मैं किसान भाईयों से अपील करता हूं कि कम से कम डेढ़-दो साल इन कृषि सुधारों के असर को देख लीजिए.
Posted By – Arbind kumar mishra