चीन को रक्षा मंत्री की चेतावनी – अस्पताल हो या बॉर्डर सभी जगह तैयारी पूरी
Galwan valley, Violent clash between India and China soldiers, Indo-China face-off , india china border dispute, Defense Minister Rajnath Singh's warning to China : लद्दाख में चीन के साथ तनातनी के बीच रक्षा मत्री राजनाथ सिंह ने बड़ी बात बोल दी है. राजनाथ सिंह ने ड्रैगन को चेतावनी देते हुए कहा, चाहे अस्पताल हो या बॉर्डर, सभी जगह तैयारी है हमारी. दरअसल रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कोविड-19 के मरीजों के इलाज के लिए नव-निर्मित 1,000 बिस्तर के अस्थायी अस्पताल का रविवार को दौरा किया. उसी दौरान रक्षा मंत्री ने पत्रकारों के सवालों का जवाब दिया.
नयी दिल्ली : लद्दाख में चीन के साथ तनातनी के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बड़ी बात बोल दी है. राजनाथ सिंह ने ड्रैगन को चेतावनी देते हुए कहा, चाहे अस्पताल हो या बॉर्डर, सभी जगह तैयारी है हमारी. दरअसल रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कोविड-19 के मरीजों के इलाज के लिए नव-निर्मित 1,000 बिस्तर के अस्थायी अस्पताल का रविवार को दौरा किया. उसी दौरान रक्षा मंत्री ने पत्रकारों के सवालों का जवाब दिया.
रक्षा मंत्री ने कहा, हम हर मोर्चे के लिए तैयार हैं. चाहे वह बॉर्डर हो गया फिर अस्पताल हो. हमारी तैयारी पूरी है. मालूम हो चीन के साथ सीमा विवाद के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अचानक लद्दाख दौरे पर पहुंच गये थे. उसके बाद से सीमा पर अचानक वायुसेना भी सक्रिय हो गयी है और मिग 29 समेत कई लड़ाकू विमान गरज रहे हैं. लद्दाख के गलवान घाटी में दोनों ओर की सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प की घटना के बाद लगातार सीमा विवाद गहराता जा रहा है. चीन अपनी चालाकी से बाज नहीं आ रहा है. एक ओर भारत के साथ शांति का दिखावा कर रहा है और दूसरी ओर सीमा पर अपनी सैन्य ताकतों को बढ़ाता जा रहा है. हालांकि चीन की इस चालबाजी का भारत सरकार ने मुंह तोड़ जवाब देने के लिए भारतीय सेना को खुली छूट दे दी है.
चीन के साथ विवाद के बीच राष्ट्रपति से मिले प्रधानमंत्री
चीन के साथ सीमा विवाद के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिले. बताया जा रहा है कि दोनों के बीच कोरोना और चीन के साथ जारी विवाद को लेकर चर्चा हुई. राष्ट्रपति भवन ने बैठक के बाद ट्वीट किया, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति कोविंद से मुलाकात की और उन्हें राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय महत्व के मुद्दों से जुड़ी जानकारी दी.
गौरतलब है कि जब पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में 15 जून को चीनी और भारतीय सैन्य बलों के बीच हुई झड़प के बाद प्रधानमंत्री ने इस सप्ताह की शुरुआत में लेह का दौरा किया और जवानों को संबोधित किया था. इस झड़प में भारत के 20 जवान वीरगति को प्राप्त हो गए थे जिसमें चीन को भी काफी नुकसान होने की खबरें हैं.
सशस्त्र बलों का मनोबल बहुत ऊंचा है : आईटीबीपी महानिदेशक
लद्दाख में चीन के साथ जारी सैन्य गतिरोध के बीच आईटीबीपी के महानिदेशक एस एस देसवाल ने रविवार को कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों का मनोबल बहुत ऊंचा है और बल अतीत की तरह देश के लिए अपने जीवन का बलिदान देने को तैयार है.
भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के मुखिया ने कहा कि लद्दाख में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया दौरे और निमू में उनके संबोधन से सीमा पर सभी बलों का मनोबल बढ़ा है. उन्होंने कहा, देश का संपूर्ण नेतृत्व, नेता, बल और जवान… सभी देश के लिए समर्पित हैं.
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देसवाल ने कोरोना वायरस के मरीजों के उपचार के लिए यहां 10 हजार बिस्तरों वाले स्वास्थ्य सेवा केंद्र के उद्घाटन समारोह के इतर संवाददाताओं से कहा, वे सीमा की सुरक्षा के प्रति समर्पित हैं और सभी सशस्त्र बलों का मनोबल ऊंचा है, चाहे वह थलसेना हो, वायुसेना हो या आईटीबीपी हो.
देसवाल ने कहा कि सशस्त्र बल के जवानों ने अतीत में भी अपने कर्तव्य के पालन के लिए जीवन का बलिदान दिया है और वे भविष्य में भी देश के लिए अपना जीवन समर्पित करने को तैयार हैं. उन्होंने स्वास्थ्य सेवा केंद्र के बारे में कहा कि बल के चिकित्सकों और पैरामेडिक्स का दल बड़ी संख्या में मरीजों का उपचार करने में सक्षम है, क्योंकि उसके पास कोरोना वारयरस से निपटने के लिए राष्ट्रीय राजधानी के छावला इलाके में आईटीबीपी के बनाए देश के पहले पृथक-वास केंद्र के संचालन और ग्रेटर नोएडा में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के रेफरल अस्पताल में संक्रमित पुलिसकर्मियों के उपचार का अनुभव है.
posted by – arbind kumar mishra