Weather Alert: दिल्ली को अभी झेलनी होगी प्रदूषण की मार, तमिलनाडु और आंध्र में भारी बारिश का अलर्ट
Weather Alert: देश की राजधानी दिल्ली को अभी प्रदूषण की मार झेलनी पड़ेगी, तो तमिलनाडु और आंध्रप्रदेश को भारी बारिश से जूझना होगा.
Weather Alert: देश की राजधानी दिल्ली को अभी प्रदूषण की मार झेलनी पड़ेगी, तो तमिलनाडु और आंध्रप्रदेश को भारी बारिश से जूझना होगा. मौसम विभाग ने यह जानकारी दी है. दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) पर क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के डिप्टी डायरेक्टर जेनरल चरण सिंह ने कहा है कि राष्ट्रीय राजधानी के लोगों को अभी प्रदूषण की मार से राहत नहीं मिलने वाली.
This atmosphere will prevail till the evening of 10th & 11th as there is no significant improvement in dispersing the pollutants in the air of Delhi due to light wind: Charan Singh, Deputy Director-General of Meteorology, Regional Meteorological Centre on Delhi's AQI pic.twitter.com/c5kyVILXrk
— ANI (@ANI) November 8, 2021
चरण सिंह ने कहा है कि दिवाली के बाद से जो स्थिति बनी है, वह अभी कम से कम चार दिन तक बनी रहेगी. श्री सिंह ने सोमवार को बताया कि 10 और 11 नवंबर की शाम तक ऐसी ही स्थिति बनी रहेगी. इसके बाद हवा की गुणवत्ता में कुछ सुधार आने की उम्मीद है. यानी हवा में घुले प्रदूषण के स्तर में कुछ कमी आ सकती है. तब जाकर लोग चैन की सांस ले पायेंगे.
उधर, पिछले 24 घंटे के दौरान चेन्नई में भारी से बहुत भारी बारिश हुई. मौसम विज्ञान विभाग के डीजी मृत्युंजय मोहापात्रा ने कहा है कि सोमवार (8 नवंबर) को बारिश की तीव्रता में कमी आ सकती है. उन्होंने कहा कि 9 नवंबर को दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनेगा, जो बाद में डिप्रेशन में तब्दील होकर 11 नवंबर की सुबह तमिलनाडु के पूर्वोत्तर एवं मध्य समुद्र तट की ओर बढ़ जायेगा.
Also Read: Weather Updates: महाराष्ट्र, तमिलनाडु व आंध्र में भारी बारिश का मौसम विभाग ने जारी किया अलर्टश्री मोहापात्रा ने बताया कि इसी डिप्रेशन की वजह से 10 और 11 नवंबर को तमिलनाडु और उससे सटे दक्षिणी आंध्रप्रदेश में भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान है. इसका असर 12 नवंबर से थोड़ा कम होगा, जब निम्न दबाव का क्षेत्र पश्चिम की ओर बढ़ जायेगा. इसलिए मछुआरों को सलाह दी जाती है कि वे 9 नवंबर तक तट पर लौट आयें और कोई भी समुद्र में न जाये.
Posted By: Mithilesh Jha