Baby Care Hospital Fire: बेबी केयर सेंटर के मालिक को पुलिस ने किया गिरफ्तार, फोरेंसिक टीम जांच में जुटी
Baby Care Hospital Fire: पूर्वी दिल्ली के विवेक विहार में बच्चों के एक अस्पताल में शनिवार की रात आग लगने से 7 नवजात शिशुओं की मौत हो गयी.
Baby Care Hospital Fire: दिल्ली पुलिस ने आग लगने के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए बेबी केयर सेंटर के मालिक नवीन किची को गिरफ्तार कर लिया है. मालूम हो ‘बेबी केयर न्यू बॉर्न’ अस्पताल में शनिवार रात करीब 11:30 बजे आग लग गई और जल्द ही यह दो अन्य इमारतों में भी फैल गई.
अस्पताल के मालिक नवीन किची पर धारा 336 और 304 ए के तहत मामला दर्ज
पुलिस उपायुक्त (शाहदरा) सुरेंद्र चौधरी ने कहा कि अस्पताल के मालिक नवीन किची के खिलाफ विवेक विहार पुलिस थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 336 (दूसरों की व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालने वाला कार्य) और 304ए (लापरवाही से मौत का कारण) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
ऑक्सीजन सिलेंडर में विस्फोट से आसपास की इमारतें क्षतिग्रस्त
संभागीय अग्निशमन अधिकारी राजेंद्र अटवाल ने कहा कि आग पर काबू पाने के लिए दमकल की 16 गाड़ियों को लगाया गया था. उन्होंने बताया कि दो मंजिला इमारत में रखे ऑक्सीजन सिलेंडर में विस्फोट हुआ, जिससे आसपास की इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं. घटना में दो बुटीक, बगल की इमारत में संचालित इंडसइंड बैंक का एक हिस्सा और भूतल पर स्थित एक दुकान भी क्षतिग्रस्त हो गई. इसके अलावा इमारत के बाहर खड़ी एक एम्बुलेंस और एक स्कूटी भी क्षतिग्रस्त हुई.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हादसे पर जताया दुख
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रविवार को हादसे पर दुख जताते हुए कहा कि दिल्ली के एक अस्पताल में आग लगने से बच्चों की मौत होने की घटना हृदय विदारक है. वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार रहे लोगों को बख्शा नहीं जाएगा. केजरीवाल ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि सरकार विवेक विहार में आग लगने की घटना में अपने बच्चों को खोने वालों के साथ है और प्रशासन घायलों का उपयुक्त इलाज सुनिश्चित कर रहा है. उन्होंने कहा कि आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है और लापरवाही बरतने वालों को बख्शा नहीं जाएगा.
स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज बोले- जिम्मेदार लोगों के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई
स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने भी कहा कि लापरवाही बरतने वाले या गलत काम में लिप्त लोगों को सख्त से सख्त सजा दी जाएगी.
12 नवजात को बाहर निकाला गया, जिसमें 7 की हुई मौत
डीएफएस प्रमुख अतुल गर्ग ने बताया कि 12 नवजात शिशुओं को अस्पताल से निकाला गया लेकिन उनमें से सात की मौत हो गई. गर्ग ने बताया कि पांच शिशुओं का एक अन्य अस्पताल में इलाज किया जा रहा है और उनमें से कुछ मामूली रूप से झुलसे हैं.
Also Read: Rajkot Fire : क्या इस वजह से लगी आग? राजकोट के ‘गेम जोन’ में आग ने मचाया कोहराम, 27 की मौत