Delhi Election 2025 Caste Factor: दिल्ली चुनाव में किस जाति का कितना है प्रभाव? किसके हाथ में होगी सत्ता की चाभी
Delhi Election 2025 Caste Factor: दिल्ली में विधानसभा चुनाव में जातिगत समीकरणों का अहम रोल होता है. आज आपको बताते हैं कि किस जाति का कितना दिल्ली की सियासत में प्रभाव है.
Delhi Election 2025 Caste Factor: दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर सभी दलों ने तैयारियां शुरू कर दी है. विधानसभा चुनावों में उम्मीदवारों का चयन सभी दलों ने लगभग तय कर लिया है. सभी ने दिल्ली चुनाव में जातिगत समीकरणों को साधने में जुटी हुई हैं. दिल्ली में हर तबके का वोट निर्णायक भूमिका में है. पूर्वांचल के वॉटर्स भी जीत हार में बड़ी भूमिका निभाते हैं.
पूर्वांचल के वॉटर्स का है अहम रोल
दिल्ली में सत्ता की चाभी किसके हाथों में जाएगी इसका निर्णय लेने में पूर्वांचल के लोगों की भूमिका अहम है. दिल्ली के लगभग 20 सीटों पर पूर्वांचल वॉटर्स का दबदबा है. अगर बात हम कुछ चुनिंदा सीटों की करें तो बुराड़ी, उत्तम नगर, संगम विहार, जनकपुरी, त्रिलोकपुरी,जैसी सीटों पर इनका अच्छा प्रभाव है. इसके अलावा कुछ ऐसी सीटें भी हैं जहां इनकी संख्या 50% तक भी है जिनमे किराड़ी, संगम विहार, समयपुर बादली शामिल है.
ब्राह्मण और दलित का भी है अच्छा प्रभाव
दिल्ली में करीब 10% ब्राह्मण और दलितों की आबादी लगभग 16% है जो अपना सियासी प्रभाव कई सीटों पर छोड़ते हैं. ब्राह्मणों का वोट मुख्य तौर पर भाजपा जे साथ रहता है जबकि दलितों का वोट आम आदमी पार्टी और भाजपा के तरफ जाता है. दिल्ली के जिन सीटों पर दलित वॉटर्स निर्णायक हैं उनमे कारोलबाग़, कस्तूरबानगर, मोती नगर, राजेन्द्र नअगर जैसी सीटें शामिल हैं.
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मुस्लिम आबादी भी है अहम
दिल्ली में मुस्लिम आबादी 12% के करीब है जो दिल्ली के 10 सीटों पर सीधे असर डालते हैं. दिल्ली के सीलमपुर, जंगपुरा,ओखला और मटिया महल जैसी सीटों पर आप और कांग्रेस की निगाहें हैं. पिछले बार के चुनाव में इन सभी सीटों पर आम आदमी पार्टी को एकतरफा वोट मिला था.
दिल्ली में जाट वॉटर्स का भी है दबदबा
दिल्ली के गांवों में जाट वॉटर्स सबसे अधिक हैं. दिल्ली में इनकी आबादी लगभग 18% के करीब है. जाट वॉटर्स को भाजपा का परंपरागत वोटर दिल्ली में माना जाता है. एक दौर में यह वोट कांग्रेस की तरफ था लेकिन समय के साथ साथ यह शिफ्ट होता चला गया. इस समुदाय का दिल्ली के 8 सीटों पर अच्छा प्रभाव है.