Delhi Election 2025: दिल्ली चुनाव को लेकर प्रचार अभियान तेज हो गया है. आम आदमी पार्टी और भाजपा के नेता चुनावी अभियान में पूरी शिद्दत से उतर चुके है. गुरुवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीन रैलियों को संबोधित करते हुए पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने का काम किया. इसके अलावा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी पार्टी के पक्ष में प्रचार की शुरुआत कर चुके हैं. भाजपा के शीर्ष नेता जहां आम आदमी पार्टी की सरकार के खिलाफ आक्रामक प्रचार कर रहे हैं, वहीं कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व चुनाव प्रचार के गायब दिख रहा है.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की चांदनी चौक और मुस्तफाबाद में होने वाली रैली खराब तबीयत के कारण रद्द हो चुकी है. राहुल गांधी अब अगली रैली कब करेंगे यह तय नहीं हैं. हालांकि सोशल मीडिया के जरिये वे आम आदमी सरकार के कामकाज पर सवाल उठा रहे हैं. राहुल गांधी के अलावा प्रियंका गांधी और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी प्रचार से दूरी बनाए हुए है. जबकि कांग्रेस का स्थानीय नेतृत्व लगातार अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी की सरकार के खिलाफ सख्त रवैया अपनाए हुए है.
कांग्रेस का प्रचार अभियान कब पकड़ेगा रफ्तार
इंडिया गठबंधन में सहयोगी दल होने के बावजूद कांग्रेस और आप के बीच दिल्ली विधानसभा चुनाव में गठबंधन नहीं हो पाया. दोनों दल अकेले चुनाव मैदान में है. कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी के प्रमुख नेताओं के खिलाफ सशक्त प्रत्याशी उतारकर यह संदेश दिया कि वह मजबूती से चुनाव लड़ेगी. कांग्रेस के नेताओं के बयान से भी इसकी पुष्टि हुई. कांग्रेस के आक्रामक रवैये को देखते हुए आम आदमी पार्टी ने इंडिया गठबंधन से कांग्रेस को बाहर करने की बात कही. इंडिया गठबंधन के कई सहयोगी दलों ने कांग्रेस की बजाय आम आदमी पार्टी को समर्थन देने का ऐलान किया. इस बीच केजरीवाल को देशद्रोही कहने वाले कांग्रेस नेता अजय माकन की प्रस्तावित प्रेस कांफ्रेंस को अनिश्चितकाल के लिए रद्द करने से यह संकेत गया कि कांग्रेस दिल्ली चुनाव में आप को नुकसान नहीं पहुंचाएगी.
लेकिन इन अटकलों के बीच राहुल गांधी ने सीलमपुर में रैली कर केजरीवाल पर निशाना साधा. इसके बाद सोशल मीडिया के जरिये भी दिल्ली सरकार के कामकाज की आलोचना की. लेकिन चुनाव प्रचार के बीच राहुल गांधी की रैलियां रद्द होने और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की चुनाव प्रचार से दूरी को लेकर सवाल उठने लगे हैं. हालांकि कांग्रेस के स्थानीय नेताओं का कहना है कि जल्द ही पार्टी के वरिष्ठ नेता चुनाव प्रचार में शिरकत करेंगे. पवन खेड़ा का कहना है कि विपक्ष को कांग्रेस की चिंता क्यों हो रही है. पार्टी अकेले दम पर मजबूती से चुनाव लड़ रही है. आने वाले समय में विपक्ष को इसका जवाब मिल जायेगा.