Delhi Election 2025: बजट में मध्य वर्ग को रियायत देने का दिल्ली चुनाव पर पड़ सकता है असर
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2025 में आयकर स्लैब में बड़ा फेरबदल कर मध्य वर्ग को चकित कर दिया. सरकार के इस फैसले का दिल्ली चुनाव पर असर पड़ सकता है. सरकार की घोषणा के बाद दिल्ली का मध्य वर्ग भाजपा के पक्ष में मतदान कर सकता है. इससे पहले 8वें वेतन आयोग के गठन की घोषणा कर मोदी सरकार सरकारी कर्मचारियों और पेंशनरों को बड़ा तोहफा दे चुकी है.
Delhi Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव के बीच आम बजट में मध्य वर्ग को आयकर सीमा में छूट देकर केंद्र सरकार ने एक बड़ा मास्टर स्ट्रोक चला है. आम बजट में 12 लाख की आय पर कोई कर नहीं देने की घोषणा से मध्य वर्ग को काफी राहत मिलने की संभावना है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2025 में आयकर स्लैब में बड़ा फेरबदल कर मध्य वर्ग को चकित कर दिया. सरकार के इस फैसले का दिल्ली चुनाव पर असर पड़ सकता है. सरकार की घोषणा के बाद दिल्ली का मध्य वर्ग भाजपा के पक्ष में मतदान कर सकता है. इससे पहले 8वें वेतन आयोग के गठन की घोषणा कर मोदी सरकार सरकारी कर्मचारियों और पेंशनरों को बड़ा तोहफा दे चुकी है.
कांग्रेस और आम आदमी पार्टी की ओर से लगातार मध्यवर्ग पर करों का बोझ हाेने को लेकर सरकार की आलोचना की जाती रही. विपक्षी दल सरकार पर टैक्स टेरेरिज्म का आरोप लगाते रहे. ऐसे में केंद्र सरकार के फैसले से विपक्ष के आरोप की धार कुंद होगी. हाल ही में अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर मध्य वर्ग को कई तरह की रियायत देने की मांग की थी. लेकिन किसी को उम्मीद नहीं थी कि बजट में मध्य वर्ग को लेकर मोदी सरकार इतना बड़ा फैसला ले सकती है. केंद्र की घोषणा से दिल्ली चुनाव में आम आदमी पार्टी को मुश्किलाें का सामना करना पड़ सकता है.
आम आदमी पार्टी को हो सकता है नुकसान
दिल्ली में इस बार त्रिकोणीय मुकाबला होने की संभावना है. ऐसे में एक-सीट पर जीत हासिल करने के लिए पार्टियों की ओर से मेहनत की जा रही है. पार्टियों की ओर से हर वर्ग को साधने की कोशिश की जा रही है. लेकिन दिल्ली में मध्य वर्ग का एक बड़ा समूह है. ऐसे में आयकर के स्लैब में बदलाव की घोषणा कर मोदी सरकार ने इस वर्ग को साधने की कवायद की है. पिछले दो चुनाव से मध्य वर्ग और निम्न मध्य वर्ग का समर्थन आम आदमी पार्टी को मिलता रहा है. लेकिन इस बार हालात पहले जैसे नहीं है. भाजपा की ओर से इस वर्ग को साधने के लिए कई स्तर पर काम कर रही है.
मध्य वर्ग की रियायत का असर दिल्ली के सभी विधानसभा सीटों पर होने की संभावना है और इसका सीधा लाभ भाजपा को मिल सकता है. पार्टी पहले ही सरकारी कर्मचारियों को साध चुकी है और अब मध्य वर्ग को रियायत देकर यह संदेश देने की कोशिश की गयी है कि भाजपा की केंद्र सरकार हर वर्ग के हित का ख्याल रखती है. इस घोषणा से केंद्र और दिल्ली सरकार के लगभग 10 लाख कर्मचारी को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर 20 लाख लोगों को लाभ मिलेगा. इसके अलावा बुजुर्ग नागरिकों को भी कई तरह की रियायत देने का बात कही गयी है. बजट में हर वर्ग को साधने के लिए घोषणा की गयी है.