Delhi Election 2025: कांग्रेस की एक भूल और दिल्ली से खत्म हो गई पार्टी, क्या है पूरी कहानी
Delhi Election 2025: दिल्ली में कांग्रेस को अब अपना 11 साल पुरानी गलती याद आ रही है. आइए जानते हैं आखिर कांग्रेस की वो भूल क्या थी जो आज दिल्ली में वो झेल रही है
Delhi Election 2025: दिल्ली में विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दल जोर शोर से लगे हुए हैं. कांग्रेस पार्टी इस चुनाव में अपने पुराने राजनीतिक वर्चस्व को फिर से पाने में लगी हुई है. इसी बीच अब कांग्रेस को अपनी पुरानी भूल याद आ रही है. कांग्रेस के नेता अजय मकान ने कहा कि 2013 में आम आदमी पार्टी को समर्थन देना हमारी सबसे बड़ी भूल थी. आइए आज आपको उस सियासी भूल के बारे में बताते हैं जिसके चलते कांग्रेस दिल्ली में राजनीतिक तौर पर खत्म हो गई.
क्या थी कांग्रेस की सबसे बड़ी भूल(Delhi Election 2025)
साल 2013 में दिल्ली का विधानसभा चुनाव हुआ और इस चुनाव में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी. बीजेपी को इस दौरान 32 सीटें मिली. दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी को 28 सीट हासिल हुआ और कांग्रेस को मात्र 8 ही सीट मिल पाया. इसके बाद बीजेपी को रोकने के लिए कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी को समर्थन दे दिया था और अरविंद केजरीवाल तब पहली बार दिल्ली के सीएम बने थे. इसके बाद 2015 के विधानसभा चुनाव में दिल्ली की जनता ने आम आदमी पार्टी को 70 में से 67 सीटें दे दी और कांग्रेस पूरी तरह से दिल्ली में समाप्त हो गई. इस चुनाव में कांग्रेस को सिर्फ 9% वोट ही हासिल हुआ. माना जाने लगा कि कांग्रेस का सारा वोट आम आदमी पार्टी के तरफ शिफ्ट होने लगा. दिल्ली में दलित और अल्पसंख्यक वोट एकतरफा आम आदमी पार्टी को मिलने लगा.
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2015 के बाद दिल्ली में अस्तित्व बचाने के लिए लड़ रही कांग्रेस
दिल्ली में साल 2015 के चुनाव के बाद से ही कांग्रेस पार्टी अपने अस्तित्व बचाने के लिए चुनाव लड़ रही है. 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में पार्टी को मात्र 45 ही वोट हासिल हुआ. कांग्रेस दिल्ली में इतने बुरी स्तिथि में कभी नहीं रही थी. पार्टी को दिल्ली में लोकसभा चुनाव के दौरान भी कोई सफलता हासिल नहीं हुई और निरंतर पार्टी का ग्राफ नीचे चलता गया. अगर 2024 के लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के वोट शेयर की करें तो कांग्रेस को इस दौरान 24% के करीब वोट मिला था.
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