Delhi Election: आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा है कि दिल्ली में भाजपा गुपचुप तरीके से आम आदमी पार्टी के वोटर का नाम हटवा रही है. भाजपा के साथ ही केजरीवाल ने चुनाव आयोग की भूमिका को संदिग्ध बताते हुए कहा कि जिस व्यक्ति के नाम हटाने का आवेदन आता है उसे चुनाव आयोग को वेबसाइट पर डालना होता है, लेकिन आयोग के साइट पर ऐसा कुछ भी नहीं है. उन्होंने शाहदरा विधानसभा का उदाहरण देते हुए बताया कि पिछले एक महीने में भाजपा ने 11 हजार 18 वोट काटने का आवेदन दिया है. यह सिलसिला जारी है.
भाजपा अपने लेटर हेड पर नाम हटाने का एप्लीकेशन देती है और जिसका नाम लेटर हेड में होता है, उसका नाम कट जाता है. उन्होंने रैंडम तरीके से 500 लोगों का नाम चेक किया तो पता चला कि इनमें से 372 लोग वहीं (अपने पते पर) रह रहे थे. वो कहीं और नहीं गए. केजरीवाल ने कहा, जब गहराई में जाकर पता किया तो पता चला कि ये सभी वोटर आप के हैं. अगर एक विधानसभा क्षेत्र से छह फीसदी वोट को काट दिया जाता है, तो चुनाव कराने का क्या मतलब है. एक लाख 86 हजार के करीब वोट हैं, भाजपा इनमें से 11 हजार के लगभग वोट कटवाने की एप्लीकेशन दे चुकी है.
अभी पता नहीं और कितने एप्लीकेशन भाजपा की ओर से दिया जायेगा. केजरीवाल ने चुनाव आयोग की भूमिका को संदिग्ध बताते हुए कहा कि जिस व्यक्ति का नाम हटाने का एप्लीकेशन आता है, उसकी लिस्ट को आयोग की वेबसाइट पर डालना होता है. लेकिन, वहां कुछ नहीं है. केवल 487 एप्लीकेशन दिख रही है, जिसमें वोटर को हटाने की एप्लीकेशन हैं. 14 विधानसभा में से जनकपुरी विधानसभा से भाजपा की ओर से 6 हजार के करीब वोटर को हटाने की एप्लीकेशन आई है. संगम विहार में पांच हजार, आरके पुरम में चार हजार के करीब एप्लिकेशन मिली हैं.
भाजपा का पलटवार
केजरीवाल के आरोप पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने पलटवार करते हुए कहा कि इस मामले में नाम लूंगा ताे केजरीवाल को दिक्कत हो जायेगी. फर्जी बांग्लादेशी और रोहिंग्या वोट पकड़े जा रहे हैं. बीएलओ जब घर-घर जाकर वोटर लिस्ट को देख रहा है, तो इसमें केजरीवाल को दिक्कत क्यों हो रही है. उन्होंने कहा कि बीएलओ जब घर जाकर वोट चेक कर रहे हैं, तो ऐसे नाम मिल रहे हैं, जो वहां रहते ही नहीं है. नाम भी किसी एक समुदाय के ही सामने आ रहे हैं. जिससे साफ पता चलता है कि सत्ता पाने के लिए केजरीवाल किसी भी हद तक जा सकते हैं.
सचदेवा ने कहा कि एक सोची समझी साजिश के तहत मई से लेकर 30 नवंबर तक दिल्ली में 5 लाख 33 हजार 778 नये वोट बनाने के आवेदन आये है.यह साजिश 2014 से चल रही है. 2014 से लेकर 2015 तक 13 लाख नये वोट बने. केजरीवाल 2015 में चुनाव जीते फिर 2020 में दोबारा चुनाव हुए तो 2019 से लेकर 2020 में 10 लाख वोट एकदम से बढ़ गये. अब 2025 में चुनाव आ रहा है, तो साढ़े पांच लाख वोट का आवेदन आ गया. उन्होंने केजरीवाल से सवाल किया कि कब तक इन बांग्लादेशी और रोहिंग्या पर निर्भर होकर सरकार बनाते रहेंगे. उन्होंने कहा कि इस बाद किसी भी बूथ पर एक भी फर्जी वोट नहीं डालने दिया जायेगा.