Delhi Election: दिल्ली को कूड़ा और कूड़े के पहाड़ से मुक्ति दिलाने का वादा केजरीवाल सरकार को महंगा पड़ रहा है. पिछले 10 सालों में इस समस्या का समाधान दिल्ली वालों को अब तक नहीं मिल पाया है. गाजीपुर, भलस्वा और ओखला लैंडफिल साइट पर बने कूड़े के पहाड़ों से अगले चार साल तक मुक्ति मिलने के कोई आसार भी नजर नहीं आ रहे हैं, क्योंकि आप सरकार की एमसीडी ने तीनों लैंडफिल साइटों पर बने कूड़े के पहाड़ को खत्म करने के लिए दिसंबर 2028 की नई डेडलाइन दी है. इन तीनों साइटों से कूड़े के पहाड़ को हटाने को लेकर दिल्ली सरकार और एमसीडी के बीच वर्षों तक पेंच फंसा रहा. तब एमसीडी पर भाजपा का कब्जा था.
आप सरकार जहां इसके लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराती रही, वहीं भाजपा दिल्ली सरकार पर निशाना. लेकिन जब से एमसीडी पर आप का कब्जा हुआ है, तब से भाजपा इस समस्या को जोर-शोर से उठा रही है. कई बार गाजीपुर के कूड़े के पहाड़ को कम करने वहां पड़े कचरे को रीसाइक्लिंग करके, कूड़े के पहाड़ से कचड़े को हटाकर सड़क बनाने की बात कही गयी, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है.
गाजीपुर और भलस्वा के आसपास रहने वाले व्यक्ति कूड़े के पहाड़ से परेशान है और इसका खामियाजा विधानसभा चुनाव में आप को उठाना पड़ सकता है. यमुना की सफाई और 24 घंटे पानी की आपूर्ति का वादा भी आप सरकार पर भारी पड़ रहा है. हालांकि आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल इस सबके लिए कोरोना और खुद को जेल जाना बताते हैं. वह कहते हैं कि अगली बार सरकार बनी, तो इन वादों को पूरा कर दिया जायेगा.
कूड़े की पहाड़ को लेकर भाजपा निकालेगी पदयात्रा
दूसरी ओर केजरीवाल द्वारा किये गये वायदा को भाजपा जोर-शोर से उठाकर लोगों को बता रही है. वरिष्ठ भाजपा नेता व पूर्व केन्द्रीय मंत्री विजय गोयल दिल्ली में कूड़ा और कूड़े के पहाड़ की समस्या को लेकर केजरीवाल सरकार के खिलाफ रविवार को मछली बाजार से गाजीपुर तक पदयात्रा निकालेंगे. इसमें भाजपा के पदाधिकारी सहित उस क्षेत्र में निवास करने वाले आम लोग भी शामिल होंगे. इस विषय में गोयल ने कहा कि दिल्ली में आप किसी भी समस्या का समाधान अब तक नहीं कर पायी है. पानी-सीवर, प्रदूषण, टूटी सड़कें, कूड़ा व कूड़े के पहाड़, बदहाल अस्पताल, स्कूल, पार्किंग, कानून-व्यवस्था, भ्रष्टाचार, प्रदूषित यमुना इन सब पर आप पार्टी हर साल कुछ साल मांगती है, लेकिन इन समस्याओं के समाधान की दिशा में कुछ भी नहीं करती है.
कूड़े का पहाड़ घटने की बजाय और भी बड़ा एवं बढ़ता जा रहा हैं. जबकि आप सरकार इस पर कोई योजना न बनाते हुए बस केंद्र या अपने पडोसी सरकारों से लड़ने का काम कर रही है. गोयल ने कहा अगर केजरीवाल फ्री की रेवड़िया बाटना बंद कर दे तो आप पार्टी के उम्मीदवारों की जमानत ही जब्त हो जाएगी. सरकार बनाना तो दूर की बात हैं जनता के सामने केजरीवाल के पास दिखाने को काम नहीं है सिवाय रेवड़िया बांटने के. इस फ्री-फ्री के चक्कर में सत्ता पाने वाली केजरीवाल सरकार ने दिल्ली को कूड़ादान बना दिया है.