Delhi Election: दिल्ली के सभी विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस की न्याय यात्रा संपन्न हो गयी है. विधानसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर जनता के नब्ज को टटोलने की कांग्रेस की यह महत्वपूर्ण पहल रही है. अब पार्टी अपनी रणनीति को धार देना शुरू कर चुकी है.पार्टी पिछले दो दिनों से उम्मीदवारों के चयन प्रक्रिया को अंतिम रूप देने में जुटी है. पार्टी के मुताबिक 15 सीटों पर नाम फाइनल कर लिया गया है जिसकी घोषणा कभी भी हो सकती है. 35 सीटों पर भी लगभग आम सहमति बन गयी है, बाकी सीटों पर मंथन जारी है.
कांग्रेस इस बार बड़े नामों को आगे कर चुनाव लड़ेगी. जिन नामों को विधानसभा चुनाव में उतारने की चर्चा है, उनमें प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी,, रोहित चौधरी, अलका लांबा, रागिनी नायक, अमृता धवन, पुष्पा सिंह, पूर्व सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित, पूर्व सांसद उदित राज आदि के नाम शामिल है. हालांकि सूत्रों का यह भी कहना है कि पार्टी ने जिन बड़े नामों को टिकट देने की पेशकश की है, उसमें से कई बड़े नेता चुनाव लड़ने से कतरा रहे हैं. पार्टी बड़े नामों के साथ ही युवा और उर्जावान नेता को भी इस बार टिकट देगी.
न्याय यात्रा मिले फीडबैक पर तैयार होगा घोषणा पत्र
कांग्रेस न्याय यात्रा में मिले फीडबैक के आधार पर घोषणा पत्र तैयार करने में जुटी है. पार्टी जनता के फीडबैक को घोषणा पत्र में शामिल करेगी. कांग्रेस के मुताबिक न्याय यात्रा में आम जनता सबसे ज्यादा महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, महिला सुरक्षा, सेवा की कमी, बुनियादी सुविधाएं आदि की शिकायत की है. दिल्ली की जनता भाजपा और आम आदमी दोनों से परेशान है. इसलिए घोषणा पत्र में आम आदमी की आवाज को पूरी जगह दी जायेगी.
कांग्रेस केंद्र की भाजपा और दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार द्वारा गरीब विरोधी किये जा रहे कार्यों को भी व्यापक तौर पर प्रचारित व प्रसारित करेगी.
इसके लिए पार्टी की ओर से नुक्कड़ नाटक गली-मोहल्ले में आयोजित कराया जायेगा. पार्टी का मानना है कि इस बार दिल्ली की जनता भाजपा और आप से किनारा करना चाहती है. यही कारण है कि न्याय यात्रा के दौरान दिल्ली की केंद्र व राज्य सरकार के बनिस्पत शीला दीक्षित सरकार के कामों को याद कर रही थी.