Delhi Election: दिल्ली में अगले साल फरवरी में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गयी है. राजनीतिक दलों ने चुनाव अभियान का आगाज कर दिया है. वहीं चुनाव आयोग भी विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारी में जुटा हुआ है. बुधवार को चुनाव आयोग ने इस बाबत राजनीतिक दल के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की. इस बैठक में भाजपा की ओर से सांसद बांसुरी स्वराज, आप की ओर से राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा मौजूद रहे. बैठक में चुनाव से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गयी. साथ ही मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने दिल्ली चुनाव तैयारी की समीक्षा की.
इस समीक्षा बैठक में चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और बलविंदर संधू भी मौजूद थे. चुनाव आयोग ने बताया कि चुनाव को लेकर विभिन्न एजेंसियों के साथ बैठकों का दौर जारी है. बुधवार को पुलिस और अन्य एजेंसियों के साथ बैठक कर चुनावी तैयारी की समीक्षा की गयी. दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल 23 फरवरी को समाप्त हो रहा है और इससे पहले चुनाव कराना जरूरी है. दिल्ली में विधानसभा की कुल 70 सीटें हैं.
मतदाता सूची से नाम हटाने को लेकर है विवाद
चुनाव की औपचारिक घोषणा से पहले मतदाता सूची से नाम हटाने को लेकर आप और भाजपा के बीच सियासी तकरार जारी है. आम आदमी पार्टी का आरोप है कि भाजपा उससे जुड़े लोगों का नाम मतदाता सूची से हटाने की कोशिश कर रही है. कई विधानसभा क्षेत्र में हजारों लोगों के नाम काटने का आवेदन दिया गया है. इस बाबत आम आदमी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग से मिलकर शिकायत कर चुका है.
वहीं दूसरी ओर भाजपा का कहना है कि आम आदमी सरकार अवैध घुसपैठियों को मतदाता सूची में शामिल कर चुनाव जीतने की कोशिश कर रही है. भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने भी चुनाव आयोग से मुलाकात कर मतदाता सूची में विसंगतियों को लेकर ज्ञापन सौंपा है. गौरतलब है कि दिल्ली में एक चरण में ही चुनाव होता रहा है. दिल्ली में पिछला विधानसभा चुनाव 8 फरवरी को हुआ था और मतगणना 11 फरवरी को हुई थी.