Delhi Flood: यमुना उफान पर, दिल्ली में बाढ़ जैसी स्थिति, स्कूल-कॉलेज बंद, सड़क और रेल यातायात प्रभावित
दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर बृहस्पतिवार को 208.48 मीटर तक पहुंच गया, जिसकी वजह से आस-पास की सड़कों, घरों और सरकारी संस्थानों में पानी भर गया. इतना ही नहीं नदी के करीब रहने वाले लोगों को मुश्किल हालात का सामना करना पड़ रहा है.
यमुना नदी के जलस्तर में रिकॉर्ड बढ़ोतरी के बाद दिल्ली में बाढ़ जैसी स्थिति बन गयी है. राष्ट्रीय राजधानी के कई इलाके जलमग्न हो गये हैं. सार्वजनिक और निजी बुनियादी ढांचे सहित सड़क और रेल यातायात प्रभावित हो गये हैं. नदी के आसपास रहने वाले लोगों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. स्कूल-कॉलेज को बंद करना पड़ा है. ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गयी है. हालांकि इस बीच राहत की खबर मिल रही है कि पिछले दो घंटों में यमुना नदी के जलस्तर में कोई बदलाव दर्ज नहीं किया गया. रात 8 बजे जलस्तर 208.66 मीटर दर्ज किया गया.
दिल्ली में 16 जुलाई तक बंद रहेंगे स्कूल
शिक्षा निदेशालय (डीओई) के अधिकारियों ने कहा कि यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने के मद्देनजर दिल्ली में सभी सरकारी और निजी स्कूल 16 जुलाई तक बंद रहेंगे. इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की एक विशेष बैठक के बाद स्कूलों को बंद करने की घोषणा की थी.
लालकिला 14 जुलाई तक आगंतुकों के लिए बंद
दिल्ली में बाढ़ जैसी स्थिति के कारण लालकिला 14 जुलाई तक आगंतुकों के लिए बंद कर दिया गया है. इसकी जानकारी भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की ओर से दी गयी है. मालूम हो बाढ़ का पानी ऐतिहासिक लाल किले तक पहुंच गया.
Also Read: दिल्ली की बारिश में सियासी बाढ़, आप-भाजपा एक-दूसरे पर चला रहे हैं बयानों के तीरयमुना का जलस्तर रिकॉर्ड 208.48 मीटर तक पहुंचने से दिल्ली पानी-पानी
दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर बृहस्पतिवार को 208.48 मीटर तक पहुंच गया, जिसकी वजह से आस-पास की सड़कों, घरों और सरकारी संस्थानों में पानी भर गया। इतना ही नहीं नदी के करीब रहने वाले लोगों को मुश्किल हालात का सामना करना पड़ रहा है.
उत्तरी दिल्ली के ट्रॉमा सेंटर से मरीजों को भेजा गया एलएनजेपी अस्पताल
उत्तरी दिल्ली में गुरुवार को सरकारी ट्रॉमा सेंटर में पानी घुसने से प्राधिकारियों ने 40 मरीजों को एलएनजेपी अस्पताल में स्थानांतरित करना आरंभ कर दिया है. ट्रॉमा सेंटर के परिसर में पानी भर जाने से मुख्य द्वार जगमग्न हो गया है. ट्रॉमा सेंटर की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, सुश्रुत ट्रॉमा सेंटर की स्थापना वर्ष 1998 में गहन देखभाल प्रबंधन के लिए एलएनजेपी अस्पताल के एक सहायक के रूप में हुई थी.
Delhi Floodश्मशान घाट बंद, पेयजल की कमी की आशंका
यमुना नदी का जलस्तर सर्वाधिक ऊंचे स्तर पर पहुंचने के साथ ही बाढ़ का पानी घरों, स्वास्थ्य केंद्रों, श्मशान घाट एवं आश्रय गृहों में घुस जाने से सामान्य जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ. दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने परामर्श जारी कर लोगों से अंतिम संस्कार के लिए निगमबोध घाट पर नहीं जाने का आह्वान किया है. गीता कॉलोनी में भी श्मशान घाट को यमुना के बढ़ते जलस्तर के कारण बंद कर दिया गया है. निगम ने लोगों को अपने प्रियजनों के शवों को अंतिम संस्कार के लिए पचकुइंया रोड, पंजाबी बाग, ग्रीन पार्क, दक्षिणपुरी और अपने आसपास के शवदाहगृहों में ले जाने की सलाह दी है. इस बाढ़ के बीच दिल्ली के सामने पेयजल की कमी की आशंका पैदा हो गयी है क्योंकि यमुना के बढ़ते जलस्तर के कारण वजीराबाद, चंद्रावल और ओखला में तीन जलशोधन यंत्रों के बंद हो जाने से जलापूर्ति में 25 प्रतिशत की कमी करने का दिल्ली सरकार ने फैसला किया है.
दिल्ली में बाढ़ के पानी से सड़कें लबालब, ट्रैफिक जाम
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में लगातार हुई बारिश के बाद सड़को पर हुए जलभराव से यातायात जाम हो गया है. कई जगहों पर यातायात के लिए मार्ग बदले गए. इस वजह से भारी ट्रैफिक जाम की स्थिति बन गई है.
इन इलाकों तक पहुंचा बाढ़ का पानी
दिल्ली में बाढ़ के पानी से स्थिति लगातार खराब होती जा रही है. यमुना का पानी लाल किले तक पहुंच चुका है. इसके अलावा कश्मीरी गेट, मोनेस्ट्री, यमुना बाजार तक बाढ़ का पानी पहुंच चुका है. यही नहीं दिल्ली के मेटकाफ रोड स्थित सुश्रुत ट्रॉमा सेंटर में बाढ़ का पानी घुस गया है. दिल्ली सचिवालय में पानी भर गया, जहां मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उनके मंत्रिमंडल और अन्य वरिष्ठ नौकरशाहों के आवास-कार्यालय हैं. राजघाट से दिल्ली सचिवालय जाने वाली सड़क पर भी पानी भर गया है. अधिकारियों ने बताया कि कश्मीरी गेट और पुराना लोहे के पुल के बीच रिंग रोड पर पानी भर गया है और इसलिए वहां यातायात रोक दिया गया है.