दिल्ली में आईसीएमआर ने दी कई सुविधाएं, जानें क्या होगी आपको आसानी

राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 प्रबंधन के प्रयासों को मजबूत करने के लिए भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद् (आईसीएमआर) ने दिल्ली में कार्यरत 12 प्रयोगशालाओं को अब तक 4.7 लाख आरटी-पीसीआर जांच के लिए सामग्री मुहैया कराई है .

By Agency | June 27, 2020 8:16 PM

नयी दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 प्रबंधन के प्रयासों को मजबूत करने के लिए भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद् (आईसीएमआर) ने दिल्ली में कार्यरत 12 प्रयोगशालाओं को अब तक 4.7 लाख आरटी-पीसीआर जांच के लिए सामग्री मुहैया कराई है .

यह जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी. इसने जांच के लिए आवश्यक 1.57 लाख आरएनए उपकरण मुहैया कराए हैं और नमूने इकट्ठा करने एवं प्रयोगशालाओं तक ले जाने के लिए 2.84 लाख वीटीएम मुहैया कराए हैं.

मंत्रालय ने बताया कि इसके अलावा दिल्ली में कोविड-19 के रोगियों के लिए एक हजार पूर्ण बिस्तर वाले अस्पताल धौलाकुआं के नजदीक अगले हफ्ते से काम करने लगेंगे. इसे डीआरडीओ ने बनाया है और इसमें सेना के चिकित्सक एवं पैरामेडिकल कर्मचारी सेवाएं देंगे. मंत्रालय ने बयान में कहा कि इस अस्पताल में ऑक्सीजन, वेंटिलेटर और आईसीयू भी होंगे और नयी दिल्ली एम्स के साथ इसका रेफरल संबंध होगा.

दो हजार बिस्तर वाले सरदार पटेल कोविड देखभाल केंद्र और अस्पताल ने यहां के छत्तरपुर के राधा स्वामी सत्संग ब्यास में काम करना शुरू कर दिया है. यह अस्पताल कोरोना वायरस के मध्यम एवं लक्षण वाले रोगियों के लिए पृथक-वास केंद्र के तौर पर काम करेगा. इस केंद्र में चिकित्साकर्मियों की आवश्यक मौजूदगी सहित इसका पूरा कामकाज केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल को सौंपा गया है जिसमें मुख्य भूमिका भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) निभा रही है.

बयान में कहा गया है कि कोरोना वायरस संक्रमण में तेजी को देखते हुए शीर्ष स्वास्थ्य अनुसंधान संस्थान आईसीएमआर ने एंजीजन आधारित त्वरित जांच को मंजूरी दी है और इस तरह के 50 हजार उपकरण दिल्ली सरकार को नि:शुल्क मुहैया कराए गए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) ने कोविड-19 की निगरानी और इस पर रणनीति बनाने सहित सभी पहलुओं पर दिल्ली सरकार का समर्थन कर रहा है.

मंत्रालय ने कहा कि एनसीडीसी के समर्थन से दिल्ली की संशोधित कोविड प्रतिक्रिया योजना बनाई गई है. एनसीडीसी दिल्ली सरकार के सहयोग से दिल्ली भर में 27 जून से सेरोलॉजिकल सर्वेक्षण कराएगी जिस दौरान 20 हजार लोगों के रक्त के नमूनों की जांच की जाएगी ताकि एंटीबॉडी की मौजूदगी का पता लगाया जा सके. भारत सरकार ने 11.11 लाख एन95 मास्क, 6.81 लाख पीपीई किट, 44.80 लाख एचसीक्यू टैबलेट खरीद कर दिल्ली के लिए वितरित किए हैं.

इसके अलावा दिल्ली को 425 वेंटिलेटर आवंटित किए गए हैं और महानगर के विभिन्न अस्पतालों में उन्हें दिया गया है. मंत्रालय ने बयान में कहा कि दिल्ली में कोविड के 34 अस्पताल, चार कोविड देखभाल केंद्र, कोविड-19 मरीजों की गंभीरता के आधार पर 24 कोविड केंद्र बनाए गए हैं. इन सुविधाओं में रोजाना के आधार पर वृद्धि की जा रही है.

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 21 जून को एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया था जिसने दिल्ली सरकार को सुझाव दिया कि हर मामले का विश्लेषण इस बिंदु से किया जाना चाहिए कि व्यक्ति को कब अस्पताल में भर्ती कराया गया और मरीज को किस इलाके से लाया गया. हर मौत के बारे में समय पर भारत सरकार को सूचित किया जाना है. सभी अस्पतालों को कड़ा निर्देश दिया गया है कि शव परिजनों को सौंपे जाने और कोविड-19 के मरीजों का अंतिम संस्कार करने में विलंब नहीं होना चाहिए.

Posted By – Pankaj Kumar Pathak

Next Article

Exit mobile version