Kanjhawala Death Case: 4 दिन बढ़ी आरोपियों की रिमांड, महिला आयोग की अध्यक्ष ने की CBI जांच की मांग
Kanjhawala Death Case: कार ने अंजलि को सुल्तानपुरी से कंझावला तक 12 किलोमीटर तक घसीटा, लेकिन पुलिस को चकमा देने के लिए मुख्य सड़क के बजाय संकरी गलियों में चली गई. जैसा कि जांच जारी है, पुलिस द्वारा पूछताछ किए गए लोगों द्वारा कई विरोधाभासी दावे किए गए हैं.
मुख्य बातें
Kanjhawala Death Case: कार ने अंजलि को सुल्तानपुरी से कंझावला तक 12 किलोमीटर तक घसीटा, लेकिन पुलिस को चकमा देने के लिए मुख्य सड़क के बजाय संकरी गलियों में चली गई. जैसा कि जांच जारी है, पुलिस द्वारा पूछताछ किए गए लोगों द्वारा कई विरोधाभासी दावे किए गए हैं.
लाइव अपडेट
सामने आयी दो लोगों की संलिप्तता
कंझावला घटना को लेकर विशेष पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) सागर प्रीत हुड्डा ने कहा है कि सीसीटीवी कैमरे की फुटेज और कॉल डिटेल के रिकॉर्ड के आधार पर दो और लोगों की संलिप्तता सामने आई है और पुलिस उनकी तलाश कर रही है.
आरोपियों की पुलिस हिरासत 4 दिन और बढ़ी
दिल्ली स्थित रोहिणी कोर्ट ने कंझावला मौत मामले में पांचों आरोपियों की पुलिस हिरासत 4 दिन और बढ़ा दी है.
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दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष मालीवाल ने कंझावला केस मामले की जांच CBI से कराने की मांग की
कंझावला मौत केस में दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष एस मालीवाल ने पुलिस जांच पर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा, मैं दिल्ली पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हूं. मैं सिफारिश करता हूं कि इस केस को सीबीआई को ट्रांसफर किया जाए. दिल्ली पुलिस ने हमें बताया कि उन्होंने अब तक निधि का फोन बरामद नहीं किया है. यह बहुत अहम सबूत है, मेरी समझ से परे है कि अब तक पुलिस के पास क्यों नहीं है?. उन्होंने आगे कहा, पुलिस ने अभी भी 13 किमी के सभी सीसीटीवी फुटेज की जांच नहीं की है या सभी चश्मदीदों के 164 (सीआरपीसी) बयान दर्ज नहीं किए हैं, धारा 302 नहीं जोड़ी गई है. पहली कॉल 2.22 बजे महिला के कार में फंसने के बारे में आई थी, लेकिन पुलिस कार्रवाई में 4.15 बजे एक नग्न शरीर के बारे में कॉल करने के बाद आई.
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मृतक की मां ने मेरी बेटी पर जो आरोप लगाए, वे झूठे हैं: निधि की मां
कंझावला मौत मामले में निधि की मां सुदेश ने कहा, मृतक की मां ने मेरी बेटी पर जो आरोप लगाए हैं, वे झूठे हैं. उन्होंने कहा, मेरी बेटी बहुत घबराई हुई थी. उसने मुझे बताया कि कुछ लोगों ने उसके दोस्त के ऊपर कार चढ़ा दी है, उन्होंने उसके साथ भी ऐसा ही करने की कोशिश की लेकिन वह भाग गई.
कंझावला कांड: दो और लोग घटना में शामिल, टीम कर रही छापेमारी- स्पेशल सीपी सागर प्रीत हुड्डा
स्पेशल सीपी (एल एंड ओ) सागर प्रीत हुड्डा ने बताया कि हमने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और हम उनसे पूछताछ कर रहे हैं. पूछताछ के दौरान, हमने पाया कि दो और लोग घटना में शामिल हैं. हमारी टीम छापेमारी कर रही है. हमने चश्मदीद गवाह का बयान दर्ज किया है.
We have arrested 5 accused and we are interrogating them. During interrogation, we found that two more people are involved in the incident. Our team is conducting raids. We have recorded the statement of the eye witness: Special CP(L&O) Sagar Preet Hooda pic.twitter.com/rQdvKZo55u
— ANI (@ANI) January 5, 2023
कंझावला कांड: 'कार अमित चला रहा था, पोस्टमॉर्टम में यौन उत्पीड़न का कोई सबूत नहीं,' प्रेस वार्ता में स्पेशल सीपी
कंझावला मौत मामले में स्पेशल सीपी (एल एंड ओ) ने प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि पूछताछ में हमें यह भी पता चला कि कार अमित चला रहा था, दीपक नहीं. इस मामले में दो अन्य को भी आरोपी बनाया गया है. हम उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश कर रहे हैं. पोस्टमॉर्टम के दौरान यौन उत्पीड़न का कोई सबूत नहीं मिला.
कंझावला कांड: कंझावला कांड की भयावह रात में जब 20 वर्षीय अंजलि को चलती बलेनो ने घसीटते हुए उसकी मौत कर दी थी, तब पीसीआर वैन और रात्रि गश्त इकाइयों सहित कम से कम 10 वाहनों को ग्रे बलेनो को ट्रैक करने के लिए ड्यूटी पर लगाया गया था, लेकिन कार ट्रैक नहीं की जा सकी. सूत्रों की मानें तो इसके पीछे का कारण घने कोहरे को बताया जा रहा है. कार ने अंजलि को सुल्तानपुरी से कंझावला तक 12 किलोमीटर तक घसीटा, लेकिन पुलिस को चकमा देने के लिए मुख्य सड़क के बजाय संकरी गलियों में चली गई. जैसा कि जांच जारी है, पुलिस द्वारा पूछताछ किए गए लोगों द्वारा कई विरोधाभासी दावे किए गए हैं.
परिवार का दावा है, 'अंजलि ने कभी शराब नहीं पी'
इस मामले की मुख्य गवाह निधि निकलकर सामने आयी है, क्योंकि वह दुर्घटना के समय अंजलि के साथ मौजूद थी. उसने दावा किया कि अंजलि रात में नशे की हालत में थी और उसे स्कूटर चलाने के लिए मजबूर किया गया था. वहीं, अंजलि के परिवार ने दावे का खंडन किया और कहा कि उन्होंने अंजलि से किसी निधि के बारे में कभी नहीं सुना. अंजलि की मां रेहा देवी ने पत्रकारों को बताया कि अंजलि ने कभी शराब नहीं पी और कभी भी शराब पीकर घर नहीं आई.
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'निधि और अंजलि 15 दिन से एक-दूसरे को जानते थे'
निधि ने अब पुलिस को बताया है कि यह पहला मौका था जब वे 31 तारीख की रात को एक साथ निकले थे. निधि ने कहा कि वह अंजलि को केवल 15 दिनों से जानती हैं. अभी तक पता चला है कि अंजलि और निधि एक होटल में पार्टी अटेंड करने गए थे. अंजलि और निधि के नाम पर एक कमरा बुक किया गया था और होटल बुक करने के लिए उनके आधार कार्ड होटल अधिकारियों को दिए गए थे. उन्हें होटल पार्टी में सात लोगों से बात करते देखा गया, जिनसे पुलिस ने पूछताछ की है. अंजलि के फैमिली डॉक्टर ने बुधवार को कहा कि निधि ने झूठ बोला था कि अंजलि नशे में थी और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में उसके पेट में शराब का कोई निशान नहीं पाया गया.
अंजलि के परिवार वालों का सवाल, 'निधि अंतिम संस्कार के बाद बाहर क्यों निकलीं'
जबकि निधि की गैरजिम्मेदारी राडार पर है क्योंकि उसने पुलिस को सूचित नहीं किया और अंजलि को कार द्वारा घसीटते हुए छोड़ दिया और दुर्घटना के तुरंत बाद घर लौट आई, अंजलि के परिवार ने सवाल उठाया कि वह अंजलि के अंतिम संस्कार के ठीक बाद बाहर क्यों आई. अंजलि के मामा ने कहा, "अगर वह तब डरी हुई थी, तो अब क्यों नहीं डरती? यह निधि की साजिश थी." निधि के आवास के बाहर के नए सीसीटीवी फुटेज में दिखाया गया है कि दुर्घटना के तुरंत बाद निधि लगभग 2.30 बजे घर लौटी थी.
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अंजलि को लगी थीं 40 चोटें, अगले बाएं पहिये में फंसी हुई थी; 'ब्रेन मैटर' गायब है
जैसा कि अंजलि को सुल्तानपुरी से कंझावला तक लगभग 12 किलोमीटर तक घसीटा गया, उसके शरीर पर 40 चोटें आईं और कई चोटें, खरोंच और घाव थे. उसका ब्रेन मैटर गायब था. फोरेंसिक रिपोर्ट के मुताबिक, अंजलि आगे के बाएं पहिये पर फंसी हुई थी और उसका सिर कार के बूट की ओर था.
कई पुलिस टीमों को अलर्ट किया गया लेकिन कार का पता नहीं चल सका
कंझावला, होशंबी बॉर्डर और अमन विहार से तीन पीसीआर वैन उन 10 वाहनों में शामिल थीं, जो पुलिस कंट्रोल रूम में कई कॉल आने के बाद कार का पता लगाने के लिए रात में निकले थे. एक पुलिस वैन ने कालिख को दुर्घटनाग्रस्त स्थिति में देखा और कोई नहीं होने के कारण यह मान लिया गया कि वे अस्पताल गए होंगे. बलेनो कार 12 घंटे से अधिक समय के बाद रविवार दोपहर मिली.