Delhi Mayor Election: शैली ओबेरॉय के सिर फिर सजा ताज, बनीं दिल्ली की मेयर, BJP उम्मीदवार ने लिया नाम वापस
Delhi Mayor Election: दिल्ली मेयर चुनाव से बीजेपी उम्मीदवार शिखा राय के नाम वापस लेने के बाद AAP उम्मीदवार शैली ओबेरॉय निर्विवाद रूप से दिल्ली की मेयर बन गई है. वहीं, डिप्टी मेयर चुनाव से भी बीजेपी उम्मीदवार ने नाम वापस ले लिया है. सदन की बैठक अब दो मई को होगी.
Delhi Mayor Election: दिल्ली मेयर का चुनाव आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार शैली ओबेरॉय ने निर्विवाद जीत लिया है. दरअसल, मेयर चुनाव से बीजेपी उम्मीदवार शिखा राय ने अपना नाम वापस ले लिया था. बीजेपी उम्मीदवार के नामांकन वापस लेने के बाद आम आदमी पार्टी की शैली ओबेरॉय को सर्वसम्मति से दिल्ली एमसीडी का मेयर चुन लिया गया. वहीं, डिप्टी मेयर चुनाव से भी बीजेपी उम्मीदवार ने नाम वापस ले लिया है.
Aam Aadmi Party's Shelly Oberoi unanimously elected mayor of Delhi MCD after BJP candidate Shikha Rai withdraws her nomination.
BJP candidate for Deputy Mayor elections also withdraws her candidature pic.twitter.com/yx9la6zTbB
— ANI (@ANI) April 26, 2023
वहीं, एमसीडी चुनाव जीतने के बाद दिल्ली की मेयर बनी शैली ओबरॉय ने सभी पार्षदों, मनोनीत एमएलए को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि हमें एक बार फिर से मौका देने के लिए सभी का धन्यवाद. हम सब मिलकर दिल्ली की सड़कों और पार्कों को सुंदर बनाएंगे. चुनाव के बाद मेयर ने सदन की बैठक स्थगित कर दिया, अब अगली बैठक दो मई को होगी.
गौरतलब है कि आज यानी बुधवार (26 अप्रैल) को हो दिल्ली एमसीडी के लिए मेयर का चुनाव हुआ. आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार शैली ओबेरॉय से भारतीय जनता पार्टी की नेता शिखा राय के बीच सीधा मुकाबला था. लेकिन चुनाव से पहले बीजेपी उम्मीदवार शिखा राय ने अपना नाम वापस ले लिया. इसी के साथ शैली ओबेरॉय निर्विवाद रूप से दिल्ली की मेयर बन गई.
गौरतलब है कि बीते 22 फरवरी को हुए चुनाव में शैली ओबेरॉय दिल्ली की महापौर चुनी गयी थीं, उन्होंने बीजेपी की रेखा गुप्ता को 34 वोटों से हराकर जीत अपने नाम किया था. कुल 266 वोट में से शैली को 150 वोट मिले थे, जबकि रेखा को 116 वोट मिले थे. अब एक बार फिर शैली निर्विवाद रूप से दिल्ली की मेयर चुन ली गईं हैं.
शांतिपूर्ण रही पूरी प्रक्रिया: बता दें, फरवरी में मेयर चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी और बीजेपी पार्षदों के बीच जमकर हंगामा हुआ था. दोनों पार्टियों के बीच हाथापाई तक हो गई थी. ऐसे में उम्मीद की जा रही थी कि एक बार फिर हंगामा देखने को मिलेगा, लेकिन बिना किसी शोर शराबे और हंगामें के शैली ओबेरॉय निर्विवाद रूप से चुनाव जीत गईं.