Delhi MCD Mayor Election 2023: दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) की बैठक मंगलवार को शुरू हुई जिसमें आम आदमी पार्टी (AAP) के विरोध के बावजूद निर्वाचित प्रतिनिधियों से पहले उपराज्यपाल द्वारा मनोनीत सदस्यों ने शपथ ली. आप पार्षद मुकेश गोयल की आपत्तियों के बावजूद पीठासीन अधिकारी सत्या शर्मा ने निर्वाचित सदस्यों से पहले मनोनीत सदस्यों को शपथ दिलायी. हालांकि दिल्ली में एमसीडी मेयर चुनाव फिर टल गया है. नयी तारीखों का ऐलान किया जाएगा.
मनोनीत सदस्यों ने जय श्री राम और भारत माता की जय के नारे लगाए
शपथ ग्रहण के बाद मनोनीत सदस्यों ने जय श्री राम और भारत माता की जय के नारे लगाए. जबकि आप पार्षदों ने पहले 10 ‘एल्डरमैन’ को शपथ दिलाने के पीठासीन अधिकारी के फैसले का विरोध किया.
एमसीडी मुख्यालय के अंदर बड़ी संख्या सुरक्षाकर्मी तैनात
भाजपा और आप नेताओं के हंगामे को देखते हुए एमसीडी मुख्यालय के अंदर बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं. ऐसी खबर आ रही है कि 12 कमांडो और 70 सिविल डिफेंस वालंटियर्स मार्शल के तौर पर तैनात हैं.
Delhi | Heavy Security deployed inside Civic Centre, MCD Headquarters ahead of the elections to the coveted posts of Mayor, Deputy Mayor of the Municipal Corporation of Delhi and Six members of the Standing Committee from the House. pic.twitter.com/7QsMk8dKuK
— ANI (@ANI) January 24, 2023
AAP ने MCD मेयर चुनाव में नियमों के उल्लंघन का लगाया आरोप
आम आदमी पार्टी ने एमसीडी मेयर चुनाव में नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाया है. आप नेताओं ने सदन के अंदर भारी हंगामा किया और शेम-शेम के नारे लगाये. वहीं भारतीय जनता पार्टी के सदस्यों ने भी सदन के अंदर जय श्रीराम के नारे लगाये.
मेयर पद के लिए तीन के बीच टक्कर
मेयर पद के प्रत्याशियों में शैली ओबरॉय और आशु ठाकुर (आप) तथा रेखा गुप्ता (भाजपा) शामिल हैं. जिसमें आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी ओबरॉय को मुख्य दावेदार बताया जा रहा है. जबकि उपमहापौर पद के प्रत्याशियों में आले मोहम्मद इकबाल और जलज कुमार (आप) तथा कमल बागड़ी (भाजपा) शामिल हैं.
दिल्ली नगर निगम चुनाव में आप की शानदार जीत
दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के चुनाव चार दिसंबर को हुए थे और मतगणना सात दिसंबर को हुई थी. आम आदमी पार्टी ने 134 वार्ड जीतकर एमसीडी में भाजपा के 15 साल के शासन को खत्म कर दिया. भाजपा ने एमसीडी के 250 सदस्यीय सदन में 104 वार्ड में जबकि कांग्रेस ने नौ वार्ड में जीत दर्ज की.
6 जनवरी को ही होना था मेयर और उपमेयर का चुनाव
महापौर और उपमहापौर का चुनाव नगर निगम चुनाव के बाद छह जनवरी को हुई सदन की पहली बैठक में किया जाना था, लेकिन आम आदमी पार्टी (आप) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्यों के एक दूसरे से भिड़ जाने और हंगामा करने के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गयी थी. हंगामे के कारण महापौर और उपमहापौर का चुनाव नहीं हो सका था.
दिल्ली नगर निगम का इतिहास
दिल्ली नगर निगम का गठन अप्रैल 1958 में हुआ था और उसके महापौर के पास 2012 तक प्रभावशाली शक्तियां थीं. वर्ष 2012 में निगम का तीन अलग-अलग नगर निगमों में विभाजन हुआ और प्रत्येक निगम का अपना महापौर बना ,लेकिन 2022 में केंद्र ने उत्तर दिल्ली नगर निगम (104 वार्ड), दक्षिण दिल्ली नगर निगम (104 वार्ड) और पूर्वी दिल्ली नगर निगम (64 वार्ड) का विलय कर दिया गया. हालांकि इसमें वार्डों की संख्या 272 से घटाकर 250 कर दी गयी.