दिल्ली में अपनी विभिन्न मांगों को लेकर ओला और उबर कैब सर्विस के दो लाख ड्राइवर हड़ताल पर चले गये हैं. दिल्ली के अलावा एनसीआर के भी ड्राइवर इस हड़ताल में शामिल है. इनकी हड़ताल ऐसे समय में हुई है जब दिल्ली में पब्लिक ट्रांसपोर्ट के सभी साधन बंद है या आंशिक रूप से चल रहे हैं. कोरोना वायरस को लेकर लागू किये गये लॉकडाउन के कारण फिलहाल दिल्ली में मेट्रो सेवाएं स्थगित है. जब काफी कम संख्या में बसो का परिचालन हो रहा है.
इस हड़ताल का जेईई की परीक्षा में शामिल हो रहे छात्रों पर असर पड़ सकता है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार दिल्ली में आज 18 परीक्षा केंद्रों पर 37 हजार से अधिक परीक्षार्थी परीक्षा देंगे. मेट्रो बंद हैं, बसों का परिचालन सामान्य नहीं है ऐसे में छात्रों को परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
बता दे कि दिल्ली-एनसीआर के कैब ड्राइवर लोन पुनर्भुगतान पर रोक लगाने और किराये में बढ़ोतरी की मांग कर रहे हैं. हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक ओला-उबर ड्राइवरों के संघ, सर्वोदय ड्राइवर्स एसोसिएशन ऑफ दिल्ली के अध्यक्ष कमलजीत सिंह गिल ने कहा कि कैब सेवाओं के लगभग दो लाख ड्राइवर इस हड़ताल में शामिल हो रहे हैं. क्योंकि सरकार ने उनकी अपील पर कोई कार्रवाई नहीं की है.
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के कारण ड्राइवरों को वित्तीय संकट का सामना करना पड़ रहा है और इरपने ईएमआई का मुगतान कर पाने में असमर्थ हैं. पर आज से ईएमआई नहीं जमा करने की समय सीमा समाप्त हो रही है. बैंक की ओर से पहले से ह किश्त जमा करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है. ऐसे में ड्राइवरों को डर सता रहा है कि वो अपने किश्त का भुगतान कैसे कर पायेंगे.
इसके अलावा ड्राइवरों की मांग है कि उनके वाहनों के खिलाफ खिलाफ जारी किए गए ई-चालान को वापस लिया जाये. साथ ही दिल्ली, एनसीआर ,नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद और गुड़गांव के बीच सवारियों को पहुंचाने पर अधिक कमिशन की मांग कर रहे हैं. विरोध की योजना के तहत, कैब चालक मंगलवार को अपनी मांगों पर सरकारी कार्रवाई की मांग के लिए मंडी हाउस में हिमाचल भवन के पास जमा होंगे.
Posted By: Pawan Singh