जहांगीरपुरी हिंसा मामले में आज चार्जशीट दाखिल करेगी क्राइम ब्रांच, अब तक 37 लोग हो चुके हैं गिरफ्तार
जहांगीरपुरी दंगों में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच आज चार्जशीट दाखिल करेगी. अब तक कुल 37 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए मोबाइल और सीसीटीवी फुटेज के विश्लेषण के साथ फेस रिकग्निशन सॉफ्टवेयर सिस्टम का इस्तेमाल किया.
Jahangirpuri Violence: दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में पिछले दिनों एक धार्मिक महोत्सव के मौके पर निकाली गई शोभा यात्रा के दौरान हुई हिंसा में आज दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच आज चार्जशीट दाखिल करेगी. इस मामले में अब तक तीन मुख्य आरोपियों समेत कुल 37 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. आपको बता दें कि पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए मोबाइल और सीसीटीवी फुटेज के विश्लेषण के साथ फेस रिकग्निशन सॉफ्टवेयर (एफआरएस) सिस्टम का इस्तेमाल किया.
ये है पूरा मामला
बीते 16 अप्रैल को हनुमान जयंती के अवसर पर निकाले गए जुलूस के दौरान उत्तर-पश्चिम दिल्ली इलाके में दो समुदायों के बीच झड़प हुईं. जैसे ही जुलूस जहांगीरपुरी के सी-ब्लॉक से होकर गुजरा, वैसे ही हाथापाई शुरू हो गई और जल्द ही पथराव होने लगा. इस घटना में कुछ पुलिसकर्मी और एक निवासी घायल हो गए थे. . कुछ वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया गया था. स्थानीय पुलिस ने मामला दर्ज किया था और बाद में इसे क्राइम ब्रांच में स्थानांतरित कर दिया गया था. गौरतलब है कि फरवरी 2020 में उत्तर-पूर्व दिल्ली में हुए दंगों के दौरान 50 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी और कई घायल हो गये थे.
Delhi Police Crime Branch to file chargesheet pertaining to Jahangirpuri riots today. A total of 37 people including the three main accused have been arrested so far.
Police used face recognition software (FRS) system along with analysing mobile & CCTV footage to nab the accused
— ANI (@ANI) July 14, 2022
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पुलिस ने इस धाराओं में मामला किया था दर्ज
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार किए गए 37 लोगों पर दंगा, आगजनी, हत्या के प्रयास और आपराधिक साजिश समेत 12 मामलों में मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने कहा कि भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की 12 धाराओं के अलावा, जहांगीरपुरी पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई पहली सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) में शस्त्र अधिनियम की धारा 25 का भी उल्लेख किया गया था. पुलिस ने ये भी बताया कि ”हमारे पास गिरफ्तार व्यक्तियों के खिलाफ आरोपों को साबित करने के लिए पर्याप्त तकनीकी और मैनुअल सबूत हैं. सबूतों में सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल रिकॉर्ड और गवाहों की गवाही शामिल है.”