नयी दिल्ली : देश के दो बड़े शहर मुंबई और दिल्ली कोरोनावायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित है. दोनों शहर में कोरोना मरीजों के इलाज के लिए बेड और अस्पताल की भारी किल्लत है. इसको देखते हुए सरकार ने अस्थाई अस्पताल बनाने का निर्णय लिया है. दिल्ली में जहां खतरे को देखते हुए सरकार ने अस्थाई अस्पताल और बेड की तैयारी शुरू कर दी है. दिल्ली सरकार ने इसके लिए प्रगति मैदान, तालकटोरा स्टेडियम सहित सभी स्टेडियम को अस्पताल बनाने की तैयारी कर रही है. इसके अलावा, सरकार बैंक्वेट हॉल और धार्मिक स्थलों को अस्थाई अस्पताल के रूप में तब्दील करने पर विचार कर रही है. बताया जा रहा है कि जल्द ही इस विषय पर सरकार फैसला कर सकती है.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली और मुंबई में अस्पतालों की कमी को देखते हुए सरकार ने बैंक्वेट हॉल, स्टेडियम और धार्मिक स्थल को अस्थाई अस्पताल के रूप में बदलेगी. इसके साथ ही यहां पर बेड की व्यस्था की जायेगी और आइसोलेशन वार्ड बनाया जायेगा, जिससे अधिक से अधिक मरीजों का इलाज किया जा सके.
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दिल्ली में कमिटी बनाई गई- दिल्ली सरकार ने अस्थाई अस्पताल के निर्माण के लिए बैंक्वेट हॉल, स्टेडियम और धार्मिक स्थलों के चयन के लिए कमिटी बनाई है. यह कमिटी सभी जगहों को सर्च कर एक रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी. कमिटी इस बात को देखेगी कि जिस एरिया में अस्पताल बनाया जायेगा वहां पर घनी आबादी तो नहीं है?
पूर्ण कोरोना अस्पताल करने की तैयारी– बेड की कमी से जूझ रही दोनों राज्यों की सरकार के अनुसार जो भी प्राइवेट अस्पताल अभी सिर्फ आधा या थोड़ा कोविड- 19 अस्पताल है. उसे पूरा कोरोना अस्पताल बनाया जायेगा. ऐसे करने से सैकड़ों बेड बढ़ने की उम्मीद है.. वहीं बृहन्मुंबई महानगरपालिका ने बताया कि 10 दिनों में मुंबई 300 आईसीयू वार्ड की व्यस्था की जायेगी.
अस्पताल के बाहर एलईडी लगाने का निर्देश- दिल्ली सरकार ने बेड को लेकर अस्पताल द्वारा किए जा रहे धांधली की शिकायत के बाद बड़ा फैसला किया है. सरकार ने सभी अस्पतालों से कहा है कि वे अपने मुख्य द्वार पर एलईडी स्क्रीन लगाए. इस स्क्रीन पर अस्पताल में कितने बेड खाली है, इसके बारे में दिखाया जाए. वहीं अगर बेड खाली होने के बाद भी अस्पताल मरीजों की भर्ती नहीं करता है तो, उसपर कार्रवाई की जायेगी.
मुंबई में वेटिंग लिस्ट– मुंबई में कोरोना इलाज कराने वाले मरीजों की लिस्ट वेटिंग बनाई जा रही है. सरकारी सूत्रों की मानें तो वेटिंग लिस्ट के तौर पर ही सरकार आगे का निर्णय करेगी. जल्द ही सरकार वेटिंग लिस्ट की संख्या को देखते हुए अस्थाई अस्पताल में बेड बनाकर सभी का इलाज उपलब्ध करा सकती है.
Posted By : Avinish Kumar Mishra