Delhi: दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के बाहर बच्चे की डिलिवरी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के मामले पर महिला आयोग ने स्वत: संज्ञान लिया है. आयोग ने अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक को नोटिस भी जारी किया है. बता दें कि यूपी के दादरी से सफदरजंग आई एक 21 वर्षीय महिला को अस्पताल में भर्ती न किया जाने की वजह से वार्ड के बाहर ही अपने बच्चे को जन्म देना पड़ा था.
दिल्ली महिला आयोग कि अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने ट्वीट कर कहा कि हमने सोशल मीडिया पर वीडियो देखी है, जिसमें एक महिला की सफदरजंग अस्पताल के बाहर डिलीवरी हो रही है. साथ खड़ी महिलाएं जो डिलीवरी करवा रही हैं. उनका कहना है कि महिला रातभर अस्पताल के बाहर पड़ी रही और उसे भर्ती नहीं किया गया. ये शर्मनाक है, इस मामले में सफदरजंग अस्पताल को नोटिस जारी किया है.
Delhi Commission for Women has taken suo-moto cognizance of a video on social media wherein a woman is delivering a baby right outside the building of Safdarjung Hospital, Delhi and issued notice to the hospital's Medical Superintendent. pic.twitter.com/r0pcncv59z
— ANI (@ANI) July 19, 2022
महिला लेबर पैन से पीड़ित थी और सोमवार को अस्पताल पहुंची थी. महिला के परिजनों ने बताया कि वे उसे सोमवार रात को सफदरजंग अस्पताल में डिलीवरी के लिए लेकर आए थे. लेकिन, बेड उपलब्ध नहीं होने का हवाला देकर अस्पताल प्रशासन ने पीड़िता को भर्ती करने से मना कर दिया. मंगलवार सुबह महिला को काफी तेज लैबर पैन हुआ, लेकिन बावजूद इसके उसे अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया. बाद में महिला ने सड़क किनारे ही बच्चे को जन्म दिया. इस दौरान आसपास मौजूद महिलाएं उसकी मदद हो आई. परिजनों के मुताबिक, उनको दादरी से सफदरजंग में रेफर किया गया था. लेकिन, इसके बावजूद भी महिला को भर्ती नहीं किया गया.
वहीं, इस मामले में सफदरजंग अस्पताल की ओर से बयान जारी किया गया है. अस्पताल प्रशासन का कहना है कि सोमवार सुबह 5.45 बजे ड्यूटी पर मौजूद सिनियर रेजिडेंट डॉक्टर ने महिला की जांच की थी. पता चला कि वह गर्भवती है. महिला को अस्पताल में भर्ती किया गया, लेकिन वह एडमिशन फॉर्म लेकर वापस नहीं लौटी. अगले दिन पता चला कि महिला ने वार्ड के बाहर बच्चे को जन्म दिया है. ये जानाकारी मिलते ही मौजूदा स्टाफ को महिला के पास भेजा गया और महिला और नवजात को अस्पताल में भर्ती किया गया. जच्चा और बच्चा दोनों की हालत स्थिर है.