दंगा पीड़ितों से मिलने पहुंचे राहुल गांधी – कहा, हिंदुस्तान को बांटने की हो रही कोशिश, दुनिया के सामने भारत की छवि खराब
हिंदुस्तान को जलाया जा रहा है, उससे भारत माता का कोई फायदा नहीं है. सबको मिलकर प्यार से यहां काम करना पड़ेगा.
नयी दिल्ली : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा किया और कहा कि इस हिंसा से लोगों और भारत माता का कोई फायदा नहीं हुआ, बल्कि देश के भविष्य का नुकसान हुआ.
उत्तर-पूर्वी दिल्ली के बृजपुरी में हिंसा की आग की चपेट में आए एक स्कूल का दौरा करने के बाद गांधी ने संवाददाताओं से कहा, यह स्कूल भारत का भविष्य है. इसे जलाने से किसी को फायदा नहीं हुआ. हिंदुस्तान को जलाया जा रहा है उससे किसी को फायदा नहीं हुआ. इससे भारत माता और लोगों का कोई फायदा नहीं हुआ.
गांधी ने कहा, सभी को मिलकर काम करना होगा. सबको साथ जोड़कर हिंदुस्तान को आगे बढ़ाया जा सकता है. भाईचार, एकता प्यार हमारी ताकत है. उसे यहां जलाया गया है. दुनिया में जो हमारी प्रतिष्ठा है उसे यहां जलाया गया है.
गांधी की अगुवाई में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं एवं सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा किया. इस प्रतिनिधिमंडल में गांधी के अलावा पार्टी के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल, अधीर रंजन चौधरी, कुमारी शैलजा और मुकुल वासनिक, मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला, सांसद के. सुरक्षा और गौरव गोगोई तथा कुछ अन्य नेता शामिल थे.
दूसरी ओर कांग्रेस ने संसद में पिछले तीन दिन से चले आ रहे गतिरोध के बीच बुधवार को कहा कि जब तक सरकार दिल्ली हिंसा पर चर्चा शुरू नहीं कराती तब तक कार्यवाही चलने नहीं दी जाएगी.
पार्टी प्रवक्ता सैयद नासिर हुसैन ने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा, विपक्षी दल सदन के भीतर और बाहर मांग कर रहा है कि चर्चा होना चाहिए. न तो गृह मंत्री जवाब देने के लिए तैयार हैं और न ही प्रधानमंत्री जवाब देने के लिए तैयार हैं.
उन्होंने कहा, सरकार सदन के भीतर कह रही है कि जब तक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती, चर्चा नहीं करेंगे, लेकिन सदन से बाहर वे कहते हैं कि स्थिति सामान्य है. इन दोनों में क्या सच है.
हुसैन ने कहा, विपक्षी दलों में सहमति है कि जब तक दिल्ली के मामले पर संसद में चर्चा शुरू नहीं होगी तब तक हम सदन नहीं चलने देंगे. दरअसल, लोकसभा और राज्यसभा में दिल्ली हिंसा पर जल्द चर्चा कराने की मांग कर रहे विपक्षी सदस्यों के भारी शोर-शराबे के कारण बुधवार को लगातार तीसरे दिन दोनों सदनों में गतिरोध कायम रहा. लोकसभा को दो बार के स्थगन के बाद तथा राज्यसभा को बैठक शुरू होने के कुछ ही मिनट बाद पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया.