नई दिल्ली : चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत के तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलीकॉप्टर हादसे में शहीद होने के बाद गुरुवार को राज्यसभा में तीनों सेना को मिलाकर इंटीग्रेटेड थिएटर कमांड बनाने की मांग उठाई गई है. जनरल बिपिन रावत देश के पहले सीडीएस का पद संभालने के बाद से ही इस योजना पर काम कर रहे थे.
संसद के ऊपरी सदन राज्यसभा में भाजपा के सदस्य डॉ अशोक वाजपेयी ने सेना के तीनों अंगों को मिलाकर इंटीग्रेटेड थिएटर कमांड बनाने के मुद्दे को उठाते हुए कहा कि करगिल युद्ध के बाद गठित एक समिति ने सीडीएस के पद का सृजन तथा इंटीग्रेटेड थिएटर कमांड गठित किए जाने की सिफारिश की थी. उन्होंने कहा कि ऐसी कम से कम तीन कमान देश की सुरक्षा के लिए जरूरी हैं.
उन्होंने कहा कि अमेरिका और चीन सहित तमाम बड़े देशों में इस तरह की कमान हैं. भारत में भी ऐसी तीन से पांच कमान बनाने की योजना बनाई गई है. उन्होंने कहा कि सीडीएस के पद के सृजन का उद्देश्य तीनों सेनाओं का प्रभावी ढंग से नियंत्रण करने के साथ उन्हें मजबूत बनाना था. आज देश में 17 सैन्य कमान हैं.
उन्होंने कहा कि इनमें से सात थल सेना के, सात वायुसेना के और तीन नौसेना की कमान हैं. प्रभावी तरीके से सेना के तीनों अंगों का नियंत्रण करने के लिए सेना की तीनों शाखाओं को मिलाकर कम से कम तीन इंटीग्रेटेड थिएटर कमांड बनाई जानी चाहिए. यह कमान पूर्वी कमान, उत्तरी कमान और पश्चिमी कमान हों और इनका गठन देश की सुरक्षा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होगा.
राज्यसभा सांसद वाजपेयी ने आगे कहा कि कई बार अलग-अलग सेनाओं से निर्देश लेने में देर हो जाती है और प्रभावी नियंत्रण नहीं हो पाता है. ऐसी स्थिति में इंटीग्रेटेड थिएटर कमांड बहुत जरूरी हो जाती है. इंटीग्रेटेड थिएटर कमांड के तहत वायुसेना, सेना और नौसेना के साथ-साथ अर्द्धसैनिक बल भी आएंगे. उन्होंने सरकार से मांग की है कि प्राथमिकता के आधार पर इंटीग्रेटेड थिएटर कमांड बनाई जाए, ताकि देश की सुरक्षा को और मजबूत किया जा सके.