ननकाना साहिब जाने वाले श्रद्धालु इस साल नहीं डाल सकेंगे लाहौर में डेरा, जानिए क्या है कारण

कोविड-19 महामारी के दौर में इस साल ननकाना साहिब यात्रा पर पाकिस्तान जाने वाले श्रद्धालु लाहौर में डेरा नहीं डाल सकेंगे. श्री गुरु नानक देव जी के 551वें प्रकाश पर्व पर पाकिस्तान जाने वाले श्रद्धालुओं को लाहौर के बाजारों में जाकर खरीदारी करने की अनुमति भी नहीं होगी. अटारी-वाघा सड़क सीमा के रास्ते पाकिस्तान जाने वाले इन श्रद्धालुओं को विशेष बसों से सीधे श्री ननकाना साहिब पहुंचाया जाएगा.

By संवाद न्यूज | October 20, 2020 9:20 PM

चंडीगढ़ : कोविड-19 महामारी के दौर में इस साल ननकाना साहिब यात्रा पर पाकिस्तान जाने वाले श्रद्धालु लाहौर में डेरा नहीं डाल सकेंगे. श्री गुरु नानक देव जी के 551वें प्रकाश पर्व पर पाकिस्तान जाने वाले श्रद्धालुओं को लाहौर के बाजारों में जाकर खरीदारी करने की अनुमति भी नहीं होगी. अटारी-वाघा सड़क सीमा के रास्ते पाकिस्तान जाने वाले इन श्रद्धालुओं को विशेष बसों से सीधे श्री ननकाना साहिब पहुंचाया जाएगा.

तीर्थयात्रियों को गुरुद्वारा श्री ननकाना साहिब और उसके आसपास स्थित गुरुद्वारा साहिब में ही जाने की अनुमति होगी. श्रद्धालु गुरुद्वारा श्री ननकाना साहिब में सजाए जाने वाले नगर कीर्तन में शामिल हो सकेंगे. 30 नवंबर को प्रकाश पर्व के धार्मिक समागम के आयोजन के समापन के बाद उन्हें एक दिसंबर को वाघा बॉर्डर के रास्ते भारत भेज दिया जाएगा.

पाकिस्तान की पीएसजीपीसी ने एक संदेश भेजकर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी, दिल्ली कमेटी सहित उन सभी संस्थाओं को यात्रा का न्योता भेजा है, जो सिख श्रद्धालुओं को गुरुद्वारा साहिब के दर्शनों के लिए भेजती हैं. न्योते के साथ यात्रा कार्यक्रम भी भेजे गए हैं. श्रद्धालुओं की कोविड रिपोर्ट की जांच पाकिस्तान वाघा सीमा पर होगी. प्रकाश पर्व के श्री अखंड पाठ साहिब 27 नवंबर को रखे जाएंगे. 30 नवंबर को श्री अखंड पाठ साहिब के भोग के बाद धार्मिक दीवान सजेंगे.

पाकिस्तान सरकार तीन हजार भारतीय श्रद्धालुओं को गुरुद्वारा साहिब के दर्शनों के लिए वीजा देगी. हालांकि, इस बार संगत पर काफी बंदिशें रहेंगी. कोरोना वायरस के कारण भारत सरकार ने मार्च से करतारपुर कॉरिडोर के किवाड़ बंद किए हुए हैं.

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Posted By : Vishwat Sen

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