Dialouge: झारखंड की समस्या विकास की कमी, भ्रष्टाचार, गरीबी, बेरोजगारी और पलायन
झारखंड एकेडमिक फाेरम द्वारा एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. मतदाता-जागरूकता अभियान हमार झारखंड, जोहार झारखंड के तहत 'कैसे झारखंड बनेगा विकसित राज्य' विषय पर आयोजित कार्यक्रम में विशेषज्ञों ने राज्य को विकसित राज्य बनाने का रोडमैप पेश किया
Dialouge: आने वाले समय में झारखंड कैसे विकसित राज्य बन सके इसे लेकर झारखंड एकेडमिक फाेरम द्वारा एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. मतदाता-जागरूकता अभियान हमार झारखंड, जोहार झारखंड के तहत ‘कैसे झारखंड बनेगा विकसित राज्य’ विषय पर आयोजित कार्यक्रम में विशेषज्ञों ने अपनी बात रखी. झारखंड एकेडमिक फोरम के संस्थापक और संयोजक दिल्ली विश्वविद्यालय के सीनियर प्रोफेसर निरंजन कुमार, मुख्य वक्ता एएसआर दीप ग्रुप के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के सौरभ कुमार अखौरी और अन्य गणमान्य लोगों ने अपने विचार रखें. झारखंड की आर्थिक, सामाजिक और शैक्षणिक प्रगति के मुद्दों पर भी विस्तार से चर्चा की गयी.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रोफेसर निरंजन कुमार ने कहा कि झारखंड के लोग एक समान समस्या से गुजर रहे हैं, जिसमें समुचित विकास का अभाव, भ्रष्टाचार, गरीबी, बेरोजगारी, पहचान का संकट और पलायन प्रमुख है. एक आम झारखंडी के दर्द को समझने वाला कोई नहीं है. ऐसे में लोकतंत्र उन्हें यह अवसर देता है कि वे सही प्रतिनिधि का चुनाव कर सकें और आगामी विधानसभा चुनाव एक महत्वपूर्ण अवसर है, जब जनता ऐसी सरकार के लिए मतदान कर सकती है जो न केवल जनहित में नीतियां बनाए, बल्कि उनका सही ढंग से क्रियान्वयन भी करे, ताकि सबका साथ, सबका विकास संभव हो सके. आज जन जागरूकता की बहुत आवश्यकता है, और झारखंड एकेडमिक फोरम इसी उद्देश्य से शुरू हुआ एक अभियान है, जो जन जागरूकता के माध्यम से झारखंड राज्य के मतदाताओं को जागरूक करेगा और आगामी विधानसभा चुनाव में जनता को एक बेहतर सरकार चुनने के लिए मार्गदर्शन प्रदान करेगा.
विशेषज्ञ जनता को जागरूक करने का करेंगे काम
झारखंड एकेडमिक फोरम झारखंड के चहुंमुखी विकास और प्रगति के लिए काम करने वाली एक संस्था है. इस संस्था से राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर के नामी प्रोफेसर, विचारक और पेशेवर जुड़े हुए है. यह संस्था आगामी विधानसभा चुनाव में आम जनता के साथ संवाद स्थापित कर जागरूक करने का अभियान चलाएगी. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सौरभ कुमार अखौरी ने कहा कि हमारा झारखंड कैसे विकसित हो, इसके लिए ऐसी सरकार बने जो प्रशासनिक सुधार कर सके. कार्यक्रम में दिल्ली विश्वविद्यालय, जेएनयू, रांची विश्वविद्यालय समेत देश भर के झारखंड से जुड़े प्रोफेसर, शिक्षक, रिसर्चर, छात्र, पत्रकार, वकील और कारपोरेट से जुड़े लोग शामिल रहें.