आरएसएस के बड़े आलोचक दिग्वजिय सिंह ने पहली बार की संघ की तारीफ कहा, नर्मदा यात्रा के दौरान मिली पूरी मदद

यह यात्रा साल 2017 में हुई थी और अपनी पत्नी अमृता के साथ उन्होंने नर्मदा नदी की यात्रा को छह महीने में पूरा किया था. दिग्विजय सिंह के इस यात्रा के दौरान साथ रहे ओपी शर्मा ने एक किताब लिखी है नर्मदा के पथिक का विमोचन किया. इसी मौके पर दिग्वजिय ने अपनी बात रखी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 1, 2021 10:35 AM
an image

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह हमेशा राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के आलोचक रहे हैं. इस बार उन्होंने आरएसएस की तारीफ की है. उन्होंने “नर्मदा परिक्रमा यात्रा” के दौरान अमित शाह और आरएसएस के कार्यकर्ताओं ने उनकी मदद की.

आपको बता दें कि यह यात्रा साल 2017 में हुई थी और अपनी पत्नी अमृता के साथ उन्होंने नर्मदा नदी की यात्रा को छह महीने में पूरा किया था. दिग्विजय सिंह के इस यात्रा के दौरान साथ रहे ओपी शर्मा ने एक किताब लिखी है नर्मदा के पथिक का विमोचन किया. इसी मौके पर दिग्वजिय ने अपनी बात रखी.

Also Read: दिग्विजय सिंह के बयान पर बीजेपी का पलटवार, नकवी ने कहा- ये वही लोग हैं जो आतंकियों के मरने पर मनाते हैं मातम

उन्होंने उस वक्त को याद करते हुए बताया एक बार हम दस बजे हम गुजरात के एक इलाके में पहुंचे. रात हो गयी थी हमारे पास आगे चलने का विकल्प नहीं था और ना ही रात में उस जगह पर रूकने की कोई व्यस्था थी. वन अधिकारियों ने हमारे लिए रास्ता बनाया और खाने का इंतजाम किया.

मैं आजतक अमित शाह जी से नहीं मिला लेकिन उन्होंने इस वक्त जिस तरह से मद की उसके लिए मैं आज तक उन्हें आभार व्यक्त करता हूं. यह राजनीतिक समन्वय और मित्रता का शानदार उदाहरण है. हमारी विचारधारा अलग है लेकिन इस सहयोगा का विचारधारा से कोई रिश्ता नहीं है यह उन्होंने साफ कर दिया है.

इस मंच से दिग्वजिय सिंह ने यह दोहराया कि मैं संघ का आलोचक हूं लेकिन इस यात्रा के दौरान आरएसएस के कार्यकर्ता मुझसे जगह- जगह मिलते रहे सहयोग करते रहे. मैंने उनसे पूछा कि आप लोग इतनी परेशानी क्यों उठा रहे हैं. इस पर उन्होंने बस इतना कहा है कि हमें आपसे मुलाकात करने और मदद करने का आदेश मिला है.

Also Read: दिग्विजय सिंह के बयान पर बीजेपी का पलटवार, नकवी ने कहा- ये वही लोग हैं जो आतंकियों के मरने पर मनाते हैं मातम

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने याद किया कि कैसे वह एक बार भरुच के इलाके से गुजर रहे थे. रात हो गयी थी तो संघ के कार्यकर्ताओं ने उनके ठहरने के लिए मांझी समाज की धर्मशाला में व्यस्था की थी. यहां दिवारों पर संघ के वरिष्ठ नेताओं की तस्वीर लगी थी. धर्म औऱ राजनीति अलग- अलग है. इस यात्रा के दौरान उन्होंने सभी से मदद ली है. इस यात्रा के दौरान भाजपा के कई नेता भी उनकी यात्रा का हिस्सा रहे.

Exit mobile version