कांग्रेस की पहली सूची के बाद दिग्विजय सिंह ने दिया इस्तीफा? जानें मध्य प्रदेश की राजनीति में क्यों मचा हंगामा
MP Election 2023 : मल्लिकार्जुन खरगे को संबोधित ‘‘फर्जी’’ पत्र में कहा गया है-निष्ठावान कार्यकर्ताओं को तरजीह नहीं दिये जाने से मेरे स्वाभिमान को ठेस पहुंची है. भारी मन से मैं पार्टी के साथ अपना जुड़ाव खत्म करने के अपने फैसले की घोषणा करता हूं. जानें दिग्विजय सिंह को लेकर कौन सा पत्र है वायरल
MP Election 2023 : मध्य प्रदेश में चंद दिनों के बाद चुनाव होने वाले हैं. इस बीच कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की जिसमें 144 उम्मीदवारों का नाम है. नवरात्रि के पहले दिन कांग्रेस की ओर से जो सूची जारी की गई उसके प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ का भी नाम है जिन्हें कांग्रेस ने छिंदवाड़ा शहर से चुनावी मैदान में उतारा है. आपको बता दें कि कांग्रेस कमलनाथ को सीएम फेस बताकर चुनाव लड़ रही है जिसका समर्थन दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह भी कर चुके हैं. इस बीच दिग्विजय सिंह को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है. दरअसल, कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई ने रविवार को पुलिस में एक शिकायत दर्ज कराई, जिसमें दावा किया गया है कि एक फर्जी पत्र सोशल मीडिया पर वायरल है. शिकायत में कहा गया है कि इस पत्र को इसलिए वायरल किया जा रहा है ताकि यह धारणा बनाई जा सके कि पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की पहली सूची जारी होने के बाद इस्तीफा दे दिया है.
अंतिम सांस तक कांग्रेस के साथ
कांग्रेस ने 17 नवंबर को होने वाले मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 144 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची रविवार को जारी की, जिसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ समेत 69 मौजूदा विधायकों के नाम शामिल हैं. कांग्रेस ने दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह को राघौगढ़ से और उनके भाई लक्ष्मण सिंह को गुना के चचौरा विधानसभा सीट से टिकट दिया है. ये दोनों मौजूदा विधायक हैं. इधर, दिग्विजय सिंह ने ‘एक्स’ पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि बीजेपी झूठ बोलने में माहिर है. मैंने 1971 में किसी पद के लिए नहीं, बल्कि पार्टी की विचारधारा से प्रभावित होकर कांग्रेस की सदस्यता ली थी. मैं अपनी अंतिम सांस तक कांग्रेस के साथ रहूंगा. मैं पुलिस में शिकायत दर्ज करा रहा हूं.
भाजपा @BJP4India झूठ बोलने में माहिर है। मैंने १९७१ में कांग्रेस की सदस्यता ली थी। पद के लिए नहीं बल्कि विचारधारा से प्रभावित हो कर जुड़ा था और जीवन की आख़िरी साँस तक कांग्रेस में रहूँगा।
इस झूठ की मैं पुलिस में शिकायत दर्ज कर रहा हूँ। @INCIndia @DGP_MP pic.twitter.com/X1AjVQBXvb— digvijaya singh (@digvijaya_28) October 15, 2023
क्या लिखा है पत्र में
सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर अपनी पोस्ट के साथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय ने ‘‘फर्जी त्याग पत्र’’ संलग्न किया, जिसमें (पत्र) दावा किया गया है कि पार्टी टिकटों के लिए सिंह द्वारा अनुशंसित नामों पर विचार नहीं किया गया. वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को संबोधित ‘‘फर्जी’’ पत्र में कहा गया है-निष्ठावान कार्यकर्ताओं को तरजीह नहीं दिये जाने से मेरे स्वाभिमान को ठेस पहुंची है. ‘‘फर्जी’’ पत्र में कहा गया है कि भारी मन से मैं पार्टी के साथ अपना जुड़ाव खत्म करने के अपने फैसले की घोषणा करता हूं. कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता समेत सभी पद से इस्तीफा देता हूं… इसे स्वीकार करें…बाद में, सिंह ने अपनी पार्टी द्वारा भोपाल पुलिस के साइबर प्रकोष्ठ को सौंपे गए शिकायत पत्र की एक प्रति ‘एक्स’ पर शेयर की. उन्होंने लिखा कि प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) सर, क्या आप इन झूठों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करेंगे.
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गौर हो कि गत 13 अक्टूबर को कांग्रेस केंद्रीय चुनाव समिति ने बैठक कर उम्मीदवारों के नामों पर मुहर लगाई थी. बैठक के बाद कमलनाथ ने कहा था कि श्राद्ध खत्म होने के साथ ही नवरात्रि के पहले दिन उम्मीदवारों की पहली सूची घोषित की जाएगी. इसके बाद रविवार को नवरात्रि के पहले दिन कांग्रेस ने 144 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की. प्रदेश में 17 नवंबर को लोग अपने मताधिकार को प्रयोग करेंगे जबकि चुनाव का रिजल्ट तीन दिसंबर को आएगा.
भाषा इनपुट के साथ