MP Election 2023: क्या कांग्रेस को हैट्रिक बनाने से रोक पाएंगे नरेंद्र सिंह तोमर? जानें दिमनी सीट का समीकरण
Madhya Pradesh Election 2023 : मुरैना जिले की दिमनी विधानसभा सीट के इतिहास पर नजर डालें तो 1980 से 2008 तक इस सीट पर बीजेपी का दबदबा रहा...जानें दिमनी विधानसभा सीट का क्या है समीकरण और बीजेपी ने क्यों नरेंद्र सिंह तोमर को उतारा यहां से चुनावी मैंदान में
Madhya Pradesh Election 2023 : मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने कमर कस ली है और हर निर्णय बहुत ही सोच समझकर ले रही है. बीजेपी की ओर से उम्मीदवारों की तीन सूची जारी की गई है. पार्टी की ओर से जब दूसरी सूची जारी की तो सब चौंक गये. दरअसल, उम्मीदवारों की दूसरी सूची में केंद्रीय मंत्रियों नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद सिंह पटेल और फग्गन सिंह कुलस्ते के अलावा चार सांसदों का नाम था. इससे यह बात साफ हो गई है कि चुनाव में बीजेपी एक अलग रणनीति से उतर रही है. नरेंद्र सिंह तोमर की बात करें तो वो इस समय वो केंद्रीय कृषि मंत्री के पद पर काबिज हैं. आपको बता दें कि तोमर 2009 से ही केंद्र में हैं और अब पार्टी ने उन्हें वापस मध्य प्रदेश में एक्टिव करने का काम किया है जो एक बड़ा संकेत दे रहा है. सबसे बड़ा सवाल है कि आखिर क्यों एक केंद्रीय मंत्री को दिमनी सीट से लड़ाने का फैसला बीजेपी की ओर से लिया गया. आखिर दिमनी सीट पार्टी के लिए इतना महत्वपूर्ण क्यों है ? आइए जानते हैं इस सीट के बारे में…
दिमनी सीट का क्या रहा है इतिहास जानें
मुरैना जिले की दिमनी विधानसभा सीट के इतिहास पर नजर डालें तो 1980 से 2008 तक इस सीट पर बीजेपी का दबदबा रहा…लेकिन पिछले दो चुनावों से बीजेपी को कांग्रेस के हाथों मुंह की खानी पड़ी, खासकर उपचुनाव में…साल 2018 में कांग्रेस के गिर्राज दंडोतिया ने इस सीट से जीत दर्ज की थी. वहीं 2013 के चुनाव में बसपा के बलवीर सिंह दंडोतिया ने जीत का परचम लहराया था. बीजेपी ने अपने गढ़ में फिर से वापसी करने के लिए नरेंद्र सिंह तोमर जैसे दिग्गज नेता पर दांव खेलने का काम किया है.
कांग्रेस की नजर दिमनी विधानसभा सीट पर हैट्रिक लगाने पर
साल 2018 विधानसभा चुनाव और फिर 2020 में हुए उपचुनाव पर नजर डालें तो दिमनी विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की. साल 2018 में कांग्रेस के सिंधिया समर्थक गिर्राज दंडोतिया ने बीजेपी उम्मीदवार शिव मंगल सिंह तोमर को यहां से पटखनी दी. वहीं जब सिंधिया कांग्रेस का दामन छोड़कर बीजेपी में गये तो दंडोतिया ने भी पाला बदल लिया. बीजेपी ने साल 2020 में हुए उपचुनाव के लिए दंडोतिया को ही मैदान में उतार दिया. उनके सामने कांग्रेस ने रविंद्र सिंह तोमर को खड़ा किया जिन्होंने यहां से जीत दर्ज की.
नरेंद्र सिंह तोमर को बीजेपी ने क्यों उतारा मैदान में
यहां चर्चा कर दें कि कृषि मंत्री वर्तमान में मुरैना लोकसभा सीट से सांसद हैं. इस क्षेत्र में उनका दबदबा नजर आता है. तोमर की बात करें तो वह 20 साल बाद विधानसभा चुनाव लड़ने वाले हैं. नरेंद्र सिंह तोमर ने साल 1998 में अपना पहला विधानसभा चुनाव लड़ा और अभी तक वह दो विधानसभा और तीन लोकसभा चुनाव में किस्मत आजमा चुके हैं. हर बार उन्हें चुनाव में जीत मिली. नरेंद्र सिंह तोमर ने अपना पहला चुनाव ग्वालियर विधानसभा सीट से लड़ा था. इस चुनाव में उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी अशोक कुमार शर्मा को 26 हजार 458 वोटों से पराजित किया. उन्हें इस चुनाव में करीब 50 हजार वोट प्राप्त हुए थे, जबकि जबकि शर्मा को 23 हजार 646 वोट ही मिले.
Also Read: MP Elections 2023: मध्य प्रदेश चुनाव में ‘गंगा जल’ की एंट्री! बीजेपी की बढ़ सकती है टेंशनकेंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने अपना दूसरा और अंतिम विधानसभा चुनाव साल 2003 में लड़ा और 34 हजार 140 वोटों से जीता दर्ज की. साल 2009 में हुए लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज करके उन्होंने केंद्रीय राजनीति में कदम रखा. बीजेपी ने उन्हें मुरैना से टिकट दिया था. इस चुनाव में उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी रामनिवास रावत को 1 लाख 97 वोटों से पराजित किया. इसके बाद साल 2014 में उन्हें ग्वालियर से पार्टी ने चुनावी रण में उतारा. इस बार भी वे पार्टी के विश्वास पर खरा उतरे और 26 हजार 699 वोट से जीत हासिल की. साल 2019 में उन्हें फिर से मुरैना से लोकसभा चुनाव का टिकट दिया गया, जहां उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी रामनिवास रावत को 1 लाख 13 हजार 341 वोटों से हरा दिया.
दिमनी विधानसभा में मतदाताओं की संख्या : दिमनी में कुल 201517 मतदाता हैं. इनमें से 112279 पुरुष मतदाता हैं जबकि 89234 महिला मतदाता इस क्षेत्र में हैं. अन्य 4 मतदाता हैं.
क्या है जातिगत समीकरण जानें
दिमनी विधानसभा में सबसे ज्यादा 65000 वोट तोमर (ठाकुर) समाज के हैं. इसके बाद अनुसूचित जाति वर्ग के 48000 मतदाता हैं. साथ ही ओबीसी वर्ग (कुशवाह, गुर्जर, यादव, बघेल व लोधी) के मतदाता इस क्षेत्र में अहम भूमिका निभाते हैं.
1990 से दिमनी के विधायक
-1990- मुंशी लाल (बीजेपी)
-1993- रमेश कोरी (कांग्रेस)
-1998- मुंशी लाल (बीजेपी)
Also Read: MP Election 2023: इस बार बीजेपी नहीं बनाएगी शिवराज को सीएम? दिग्गजों को उम्मीदवार बनाकर दिये कई संकेत-2003- संध्या रे (बीजेपी)
-2008- शिवमंगल सिंह तोमर (बीजेपी)
-2013- बालवीर सिंह दंडोतिया (बीएसपी)
-2018- गिरीराज दंडोतिया (कांग्रेस)
-2020 (उपचुनाव)- रविंदर सिंह तोमर भिडोसा (कांग्रेस)