Weather Forecast/diwali 2021 : देशभर में मौसम लगातार बदल रहा है. राजधानी दिल्ली, हरियाणा,झारखंड,उत्तर प्रदेश और बिहार में सुबह शाम हल्की ठंड लोगों को महसूस होने लगी है. उत्तराखंड (Uttarakhand) की बात करें तो यहां की पहाड़ियों में बर्फबारी हो रही है जिसका असर मैदानी इलाकों में दिख रहा है. पहाड़ों पर बर्फबारी से यूपी में ठिठुरन बढ़ने लगी है. प्रदेश के कई इलाकों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में गिरावट देखने को मिली है.
वहीं राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की वायु गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में दर्ज की जा रही है. दिल्ली की वायु गुणवत्ता बुधवार को लगातार दूसरे दिन ‘‘बेहद खराब” रही और अगले दो दिनों में इसके और भी खराब होने की आशंका है, भले ही दिवाली पर कोई आतिशबाजी नहीं की जाये. भारत मौसम विभाग (आईएमडी) ने कहा है कि नवंबर में दक्षिण भारत में सामान्य से अधिक बारिश होने का अनुमान है. इस दौरान लंबी अवधि के औसत से 122 प्रतिशत से ज्यादा बारिश हो सकती है.
झारखंड के मौसम पर नजर डालें तो यहां दिवाली के दिन यानी आज मौसम सामान्य रहेगा लेकिन नवंबर के दूसरे सप्ताह में बदलाव नजर आयेगा. मौसम विभाग के अनुसार अभी रात के तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं नजर आयेगा. हालांकि रात में कनकनी धीरे-धीरे बढ़ने लगेगी. अभी सूर्य दूर जा रहा है जिसकी वजह से सुबह और शाम में ठंड की स्थिति नजर आ रही है. उत्तर पश्चिम हवा के बहाव और हिमालयी इलाके में पहाड़ पर बर्फबारी के बाद झारखंड के विभिन्न इलाके में ठंड बढ़ने लगेगी.
उत्तर प्रदेश में भी मौसम तेजी से बदलता नजर आ रहा है. सूबे में सुबह-शाम की ठंड पड़ रही है. मौसम विभाग के अनुसार पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी की वजह से यहां ठंड में बढ़ोतरी होगी. बिहार के मौसम पर नजर डालें तो उत्तर बिहार में उत्तर पश्चिम हवा एवं दक्षिण बिहार में पश्चिमी हवा के प्रभाव से पारे में धीरे-धीरे गिरावट नजर आने लगी है. गुरुवार को यानी आज राजधानी पटना व इसके आसपास क्षेत्रों के कुछ भागों में सुबह व दोपहर बाद आंशिक रूप से बादल छाए रहने के आसार हैं.
आईएमडी ने कहा कि दक्षिण भारत (तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा, तमिलनाडु, पुडुचेरी, केरल और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक) में नवंबर के लिए बारिश सामान्य से अधिक (लंबी अवधि के औसत का 122 प्रतिशत से ज्यादा) होने का अनुमान है.
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की वायु गुणवत्ता पूर्वानुमान एजेंसी ‘सफर’ ने कहा कि अगर पटाखे जलाए जाते हैं तो पांच और छह नवंबर को वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ हो सकती है. भारत मौसम विज्ञान विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि मॉडल अनुमान एक्यूआई को ‘उच्च उत्सर्जन के साथ भी’ ‘गंभीर’ श्रेणी तक पहुंचने का संकेत नहीं देते है.
Posted By : Amitabh Kumar