Doda Encounter: डोडा मुठभेड़ में चार जवानों की शहादत पर जहां देश में शोक की लहर है, वहीं विपक्ष ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला किया है. AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने केंद्र की मोदी सरकार पर आतंकवादी हमले को लेकर निशाना साधा.
हम घर में घुस कर मारेंगे’. फिर यह क्या हो रहा है? : ओवैसी
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी कहते थे ‘हम घर में घुस कर मारेंगे’. फिर यह क्या हो रहा है? यह सरकार की विफलता है. वे आतंकवाद को नियंत्रित नहीं कर पा रहे हैं. डोडा में जो कुछ भी हुआ है वह बहुत खतरनाक है.
जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा चूक की पूरी जवाबदेही सरकार ले और कड़ी कार्रवाई करे
कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने डोडा मुठभेड़ को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला किया. उन्होंने एक्स पर पोस्ट डाला और लिखा, आज जम्मू कश्मीर में फिर से एक आतंकी मुठभेड़ में हमारे जवान शहीद हो गए. शहीदों को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए शोक संतप्त परिजनों को गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं. एक के बाद एक ऐसी भयानक घटनाएं बेहद दुखद और चिंताजनक है.
बीजेपी की गलत नीतियों का खामियाजा भुगत रहे हमारे जवान
राहुल गांधी ने अपने पोस्ट में आगे लिखा, लगातार हो रहे ये आतंकी हमले जम्मू कश्मीर की जर्जर स्थिति बयान कर रहे हैं. भाजपा की गलत नीतियों का खामियाजा हमारे जवान और उनके परिवार भुगत रहे हैं. राहुल ने कहा, हर देशभक्त भारतीय की यह मांग है कि सरकार बार-बार हो रही सुरक्षा चूकों की पूरी जवाबदेही ले कर देश और जवानों के गुनहगारों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करे. दुख की इस घड़ी में पूरा देश आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता से खड़ा है.
महबूबा मुफ्ती ने भी केंद्र सरकार पर बोला हमला
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा, देश भर से सैनिक अपनी ड्यूटी के लिए कश्मीर आते हैं, लेकिन ताबूतों में वापस जाते हैं. अगर आप कहते हैं कि घाटी में आतंकवाद खत्म हो गया है तो इसके लिए कौन जिम्मेदार है? पिछले 32 महीनों में, खासकर जब से इस डीजीपी की नियुक्ति हुई है, सबसे ज्यादा हताहत हुए हैं. आप लोग सीमाओं की रक्षा करते हैं. तो घुसपैठ रोकने की जिम्मेदारी किसकी है? क्या यह क्षेत्रीय दलों की जिम्मेदारी है? आपका नैरेटिव 6 साल से चल रहा है, आपको क्या हासिल हुआ? आपको उत्तरी कश्मीर में बड़ा झटका लगा है. पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा, कोई जवाबदेही नहीं है. अब तक तो सभी के खिलाफ कार्रवाई हो जानी चाहिए थी. डीजीपी को बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए था. पिछले 32 महीनों में करीब 50 सैनिकों ने अपनी जान गंवाई है.